सार

UP Metro and LDA joint project: लखनऊ में अब नागपुर की तरह एक ही पिलर पर मेट्रो और एलिवेटेड रोड! जाम से मिलेगी निजात, सफर होगा आसान। पॉलिटेक्निक चौराहा से अयोध्या रोड तक 12 किमी. लंबा प्रोजेक्ट जल्द होगा शुरू।

Lucknow elevated road metro project: अगर आप लखनऊ की सड़कों पर रोज़ाना घंटों जाम में फंसे रहते हैं तो यह खबर आपके लिए राहत लेकर आई है। राजधानी की ट्रैफिक समस्या अब बीते दिनों की बात हो सकती है। क्योंकि लखनऊ अब नागपुर मॉडल की राह पर चलने वाला है, जहां एक ही पिलर पर ऊपर मेट्रो और नीचे एलिवेटेड रोड दौड़ेंगी। यानी सड़क भी खुलेगी और सफर भी रफ्तार पकड़ेगा!

लखनऊ में टू-टायर सिस्टम की तैयारी शुरू

लखनऊ में ट्रैफिक जाम की विकराल समस्या से निपटने के लिए शासन ने एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। अब राजधानी में नागपुर की तर्ज पर टू-टायर सिस्टम यानी एक ही पिलर पर एलिवेटेड रोड और मेट्रो का निर्माण करने की योजना बनाई गई है।

एलडीए (लखनऊ विकास प्राधिकरण), लोक निर्माण विभाग और उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) के तकनीकी विशेषज्ञों ने इस संयुक्त परियोजना की रूपरेखा बनानी शुरू कर दी है।

प्रस्तावित योजना के मुख्य बिंदु:

  • लंबाई: लगभग 12 किलोमीटर
  • मार्ग: पॉलिटेक्निक चौराहा - अयोध्या रोड - किसान पथ
  • प्रणाली: टू-टायर सिस्टम,  नीचे एलिवेटेड रोड, ऊपर मेट्रो ट्रैक
  • संरचना: एक ही ढांचे पर दो स्तर, सड़क और मेट्रो दोनों

क्या है टू-टायर एलिवेटेड सिस्टम?

टू टायर सिस्टम एक अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर मॉडल है, जिसमें एक ही पिलर पर दो लेवल की संरचनाएं बनती हैं। निचले हिस्से में एलिवेटेड रोड होती है और ऊपर मेट्रो ट्रैक। यह मॉडल नागपुर में पहले ही सफलता से लागू हो चुका है। 16 अप्रैल 2025 को एलडीए द्वारा जारी पत्र में उल्लेख है कि इस संयुक्त निर्माण पर गंभीर मंथन हुआ है। लोक निर्माण विभाग और आवास विभाग दोनों ने इस योजना पर अपनी सहमति जता दी है।

इस योजना के फायदे क्या हैं?

  1. लागत में 25–30% तक की बचत
  2. कम ज़मीन की ज़रूरत
  3. निर्माण समय में कमी
  4. विवाद और अधिग्रहण में कमी
  5. यातायात का दबाव घटेगा
  6. प्रदूषण और ईंधन की खपत में गिरावट
  7. स्मार्ट, टिकाऊ और सुरक्षित इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण

जनता को क्या मिलेगा लाभ?

  • ट्रैफिक जाम में फंसे बिना सुगम सफर
  • मेट्रो और सड़क यातायात का एक साथ संचालन
  • समय, ईंधन और ऊर्जा की बचत
  • शहर को मिलेगा नया, आधुनिक और स्मार्ट स्वरूप

इस योजना पर अब विभागीय स्तर पर विस्तृत DPR (Detailed Project Report) तैयार की जा रही है। एक बार सभी अनुमतियाँ मिलते ही काम शुरू हो सकता है। लखनऊ के लिए यह परियोजना न केवल एक यातायात समाधान है, बल्कि स्मार्ट सिटी बनने की दिशा में एक बड़ी छलांग है।

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