सार
Pahalgam terrorist attack: कानपुर के शुभम द्विवेदी की पहलगाम में आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया है और पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
Cm Yogi contact Shubham Dwivedi Family: कहानी दर्द से शुरू होती है, जहां छुट्टियां मनाने गया एक नवविवाहित जोड़ा अचानक आतंक का शिकार बन गयाकानपुर के श्याम नगर इलाके में रहने वाले शुभम द्विवेदी का सपना था, अपनी नई ज़िंदगी की शुरुआत कुछ सुकून भरे पलों के साथ करें, लेकिन किसे पता था कि पहलगाम की वादियां उसकी आख़िरी याद बन जाएंगी। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शुभम की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना ने सिर्फ़ एक परिवार नहीं, पूरे शहर को शोक में डुबो दिया है।
मुख्यमंत्री ने खुद लिया मामले का संज्ञान, डीएम को दिए निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार सुबह कानपुर के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह को फोन कर पीड़ित परिवार की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिलाधिकारी खुद मौके पर जाकर परिवार से मिलें और उन्हें हर संभव मदद प्रदान की जाए। बुधवार सुबह 10 बजे डीएम हाथीपुर स्थित शुभम के पैतृक गांव पहुंचे, जहां उन्होंने परिवार से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी ली और उन्हें सांत्वना दी। इस दौरान पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना भी मौजूद रहे।
शुभम की पत्नी के सामने ही हुआ ये खौफनाक मंजर
शुभम द्विवेदी की शादी इसी साल 12 फरवरी को आशान्या से हुई थी। महज दो महीने के भीतर ही यह जोड़ा आतंकवाद की चपेट में आ गया। परिवार की छुट्टियों के दौरान मंगलवार को शुभम और उनकी पत्नी पहलगाम में घुड़सवारी कर रहे थे।
शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी के मुताबिक, “घुड़सवारी के दौरान दो से तीन आतंकवादी उनके पास आए और पहचान पूछने लगे। जैसे ही शुभम ने जवाब दिया, आतंकियों ने उनके सिर में गोली मार दी। उनकी मौत मौके पर ही हो गई और उनकी पत्नी यह सब देखती रह गई।”
संपर्क में है प्रशासन, विशेष विमान से शव लाने की तैयारी
कानपुर डीएम ने बताया कि इस हमले के तुरंत बाद शुभम के पिता संजय द्विवेदी से फोन पर बातचीत हुई थी। सेना के मेजर और श्रीनगर के डीएम बिलाल के साथ भी निरंतर संपर्क बना हुआ है। मृतकों के शवों को विशेष विमान से उनके गृह नगर भेजने की तैयारी की जा रही है। श्रीनगर प्रशासन और जिला प्रशासन मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द राहत और सहायता मिले।
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