सार

Ajab gajab News: कानपुर में एक मृत व्यक्ति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। 10 साल पहले मर चुके दुर्गेश दीक्षित को कोर्ट में पेश होने का आदेश। परिवार के पास मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं, सिर्फ़ श्मशान घाट की पर्ची।

Arrest Warrent For Dead person: उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया, जिसकी मौत 10 साल पहले हो चुकी है। मृतक के परिजनों के पास उसका मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं है, जिससे वे अब परेशानी में फंस गए हैं।

कानपुर के हरबंश मोहाल निवासी विनोद दीक्षित के छोटे भाई दुर्गेश दीक्षित का नाम एक पुराने मुकदमे में दर्ज था। वर्ष 2009 में विजय नगर कॉलोनी में कुछ युवकों से हुए झगड़े के बाद उनके खिलाफ मारपीट और धमकी देने की धाराओं में मामला दर्ज हुआ था। हालांकि, वर्ष 2015 में दुर्गेश की अत्यधिक शराब सेवन के कारण लिवर खराब हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने अंतिम संस्कार तो कर दिया, लेकिन मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बनवाया। अब पुलिस ने 10 साल बाद दुर्गेश के खिलाफ वारंट जारी कर दिया है और उसे 19 मार्च को कोर्ट में तलब किया है।

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श्मशान घाट की पर्ची, लेकिन डेथ सर्टिफिकेट नहीं

दुर्गेश के परिजनों का कहना है कि जब पुलिस रिश्तेदारों के पास उसे ढूंढने पहुंची, तो उन्हें बताया गया कि उसकी मृत्यु हो चुकी है। लेकिन पुलिस ने मृत्यु प्रमाण पत्र की मांग की। परिवार के पास सिर्फ श्मशान घाट की पर्ची है, जो पुलिस के लिए पर्याप्त नहीं है। अब पुलिस परिवार को लगातार चेतावनी दे रही है कि कोर्ट में पेशी के दिन दुर्गेश को हाजिर करें। परिवार परेशान है कि जो व्यक्ति मर चुका है, उसे वे कोर्ट में कैसे पेश करेंगे।

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