नौकरी न मिलने पर प्रेमिका से शादी के लिए युवक ने बनाया नकली टीटीई का आई कार्ड। नकली टिकट बेचकर यात्रियों से ठगी करते हुए वाराणसी में गिरफ्तार।

वाराणसी: रेलवे में टीटीई बनकर ठगी करने और यात्रियों को नकली टिकट देकर धोखा देने वाले एक युवक को पुलिस ने पकड़ लिया। मध्य प्रदेश के रीवा का रहने वाला आदर्श जायसवाल गिरफ्तार हुआ है। रेलवे पुलिस को उसकी ठगी के बारे में कई शिकायतें मिली थीं। उसके पास से ईस्ट सेंट्रल रेलवे का नकली पहचान पत्र और टीटीई का एप्रन बरामद हुआ है।

उसने पुलिस को बताया कि वो अपनी प्रेमिका से शादी करने के लिए टीटीई बना था। बीटेक पास करने के बाद भी उसे कोई नौकरी नहीं मिली। नौकरी के बिना घरवाले शादी के लिए राजी नहीं थे। वाराणसी रेलवे पुलिस इंस्पेक्टर ने बताया कि इसीलिए उसने रेलवे में टीटीई बनने का फैसला किया। उसने अपने गाँव के एक इंटरनेट कैफे से नकली आईडी कार्ड बनवाया। इसके अलावा, उसने नकली टिकट बनाकर यात्रियों को ठगा।

एक बार उसने वाराणसी से लखनऊ जाने वाली जनता एक्सप्रेस के लिए एक महिला यात्री को ऐसा ही नकली टिकट दिया। ज्योति किरण नाम की इस यात्री के टिकट पर कोच नंबर B-3 लिखा था। लेकिन स्टेशन पहुँचने पर पता चला कि ऐसा कोई कोच नहीं है और कोच नंबर M-2 है। इसके बाद उसके भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

एक दूसरे मामले में, दिनेश यादव नाम के एक यात्री को मुंबई के लिए ई-टिकट देने में कुछ गड़बड़ी पाई गई, जिसके बाद उसने शक जताया। दोनों यात्रियों ने पैसे वापस माँगे और उससे बहस की। पुलिस का कहना है कि वो नकली टिकट बनाकर यात्रियों को ठगता था। उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जाँच जारी है।