सार

मथुरा जेल में कैदियों के लिए 'जेल प्रीमियर लीग' शुरू हो गई है। कैदियों की प्रतिभा निखारने और तनाव कम करने के लिए यह लीग आईपीएल की तर्ज पर आयोजित की गई है। वीडियो में कैदी क्रिकेट खेलते और जश्न मनाते दिख रहे हैं।

पहले जेल के खाने को लेकर 'गोतമ്പुंड' जैसी बातें होती थीं, लेकिन अब जेल के खाने में काफी सुधार आया है। अब खबरें आ रही हैं कि जेल में अच्छा खाना मिलता है। उत्तर प्रदेश की मथुरा जेल के अधिकारीयों का कहना है कि कैदियों को अच्छा खाना ही नहीं, बल्कि खेलने का भी मौका मिलेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कैदियों के लिए आईपीएल की तर्ज पर जेल प्रीमियर लीग शुरू हो चुकी है।

मथुरा जेल के सुपरवाइजर ने मीडिया को बताया कि जेल की चारदीवारी में बंद कैदी भी आजादी के पल जी सकेंगे। उन्होंने कहा, 'कैदियों की प्रतिभा निखारने, उनकी फिटनेस बढ़ाने और मानसिक तनाव कम करने के लिए मथुरा जेल में आईपीएल की तर्ज पर जेल प्रीमियर लीग शुरू की गई है।' एएनआई ने जेल में क्रिकेट खेलते कैदियों का वीडियो शेयर किया है।

'जेल प्रीमियर लीग अप्रैल 2025 में शुरू हुई थी। इसमें अलग-अलग विंग की आठ टीमें थीं। चार टीमें ग्रुप ए में और चार टीमें ग्रुप बी में थीं। कुल 12 लीग मैच और 2 सेमीफाइनल खेले गए। फाइनल मैच नाइट राइडर्स और कैपिटल्स के बीच हुआ। नाइट राइडर्स ने फाइनल जीता।' जेल सुपरिंटेंडेंट अंशुमान गर्ग ने मीडिया को बताया।

वीडियो में कैदी जेल की चारदीवारी के अंदर क्रिकेट खेलते दिख रहे हैं। साथ ही हिंदी में कॉमेंट्री भी सुनाई दे रही है। सात मिनट 16 सेकंड के इस वीडियो में जीतने वाली टीम का जश्न और पुरस्कार वितरण भी दिखाया गया है। कैदी अलग-अलग रंग के सामान्य कपड़े पहनकर मैच खेल रहे थे।

सबसे ज्यादा रन बनाने वाले को ऑरेंज कैप और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले को पर्पल कैप दी गई। कैदी कौशल को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। पंकज को पर्पल कैप और बाउरा को ऑरेंज कैप मिली। क्रिकेट मैच और पुरस्कार वितरण के बाद कैदियों ने डांस भी किया। इस वीडियो को अब तक दो लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। एक दर्शक ने वीडियो पर कमेंट किया कि कैदी जेल में सामान्य जिंदगी से ज्यादा खुश क्यों दिख रहे हैं।