मुरादाबाद में बंदर भगाने के चक्कर में एक पिता की कुल्हाड़ी उसके दो साल के बेटे के गले पर लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है, जबकि एक अन्य बयान में बंदरों द्वारा छड़ गिराने की बात कही गई है।

मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है, जहाँ एक पिता ने बंदरों को भगाने के लिए कुल्हाड़ी चलायी, जो सीधे उसके छोटे बेटे के गले पर लग गई और उसकी मौत हो गई। पिता ने बंदरों के झुंड पर कुल्हाड़ी फेंकी थी, लेकिन निशाना चूक गया और कुल्हाड़ी उसके बेटे को लग गई।

दो साल का बच्चा आरव अपने घर में खेल रहा था, तभी वहाँ बंदरों का एक झुंड आ गया। बच्चे के पिता लखन सिंह को डर था कि बंदर उसके बच्चे पर हमला कर सकते हैं, इसलिए उसने कुल्हाड़ी चला दी। दुर्भाग्य से, कुल्हाड़ी बच्चे के गले पर लग गई और उसकी मौत हो गई।

बंदरों के हमले के डर से लखन सिंह घर की छत पर कुल्हाड़ी लेकर गया था। लेकिन वहाँ से उसने जो कुल्हाड़ी फेंकी, वो उसके बेटे को लग गई। घटनास्थल पर खून से सनी दीवारें इस दर्दनाक हादसे की गवाही दे रही थीं।

कुल्हाड़ी लगते ही बच्चे की चीख सुनकर परिवार वाले दौड़े आए और उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले गए। लेकिन वहाँ डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिवार वालों ने पुलिस को सूचना दी और बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया। इस घटना से रिश्तेदारों में शक पैदा हो गया है। लखन के साले जितेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि यह कोई हादसा नहीं बल्कि हत्या है। लखन सिंह ने अपनी पत्नी अनीता से झगड़ा करके गुस्से में बच्चे को मार डाला।

सोमवार रात को लखन सिंह का अपनी पत्नी अनीता से झगड़ा हुआ था, जिसके बाद उसे एक कमरे में बंद करके पीटा गया था। रात को तो झगड़ा शांत हो गया था, लेकिन मंगलवार सुबह फिर से शुरू हो गया। जब पति-पत्नी झगड़ रहे थे, तब बच्चा आरव अपने दादा रामचंद्र की गोद में था। झगड़े के दौरान, लखन सिंह ने आरव को छीन लिया और कुल्हाड़ी से उसकी हत्या कर दी, ऐसा लखन सिंह के साले का आरोप है।

उन्होंने आरोप लगाया कि लखन ने अपनी पत्नी को डराने के लिए कुल्हाड़ी उठाई होगी और बच्चे की गर्दन पर घुमा दी होगी। उसने पहले भी ऐसा किया था, लेकिन इस बार उसके बेटे की जान चली गई।

जितेंद्र के अनुसार, उनका जीजा उनकी बहन को लगातार मारता-पीटता था। इस बीच, एक ग्रामीण ने घटना के बारे में एक अलग कहानी बताई, जिससे परिवार के लोगों का शक और गहरा गया। यहाँ के जिला पंचायत सदस्य लखन के बड़े पिता के बेटे जगत सिंह सैनी ने बताया कि बंदरों ने छत से लोहे की छड़ें गिरा दीं, जो बच्चे के सिर पर लग गईं।

लखन के घर में हाल ही में टेंट का काम हुआ था, जिसके बाद छत पर लोहे की छड़ें रखी गई थीं। बंदरों के झुंड ने उन्हें गिरा दिया, जो बच्चे के सिर पर लग गईं और उसे खून बहने लगा। बच्चे को तुरंत इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया, ऐसा सैनी ने बताया। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है।