सार
महाकुंभ नगर, 25 जनवरी | महाकुंभ मेला इस बार एक नया और अद्वितीय अनुभव लेकर आया है, जिसमें श्रद्धालुओं को न केवल धार्मिक आस्था का तो अहसास हो रहा है, बल्कि उन्हें आधुनिक तकनीक का भी अद्भुत संगम देखने का अवसर भी मिल रहा है। 24, 25 और 26 जनवरी को महाकुंभ क्षेत्र में आयोजित किए गए शानदार ड्रोन शो ने श्रद्धालुओं और पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह शो भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत कर रहा है.
गणतंत्र दिवस पर पर्यटन विभाग ने सेक्टर-7 में इस ड्रोन शो का आयोजन किया, जो तकनीकी दृष्टि से एक बड़ी सफलता रही। ड्रोन के माध्यम से आकाश में समुद्र मंथन, विष पीते भगवान शंकर, अमृत कलश पीते देवता, और महाकुंभ के विभिन्न दृश्य बने, जो हर किसी को एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान कर गए। इस शानदार नजारे में संगीत और रोशनी का अद्भुत तालमेल देखने को मिला।
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शंख ध्वनि के साथ हुआ शुभारंभ
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने इस ड्रोन शो का शुभारंभ शंख ध्वनि के साथ किया। इसके बाद आकाश में समुद्र मंथन का महाकाव्य जीवंत हो उठा, जहां श्रद्धालु देवताओं को अमृत कलश पीते हुए देख रहे थे।
शो में उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक झांकी ने विशेष आकर्षण बढ़ाया, जबकि ड्रोन के जरिए महाकुंभ और यूपी सरकार का लोगो भी आसमान में उकेरा गया। तिरंगे का लहराता दृश्य और शंख बजाते साधु, संगम में स्नान करते संन्यासी की छवि ने सभी को अभिभूत कर दिया। यह दृश्य देशभक्ति से सराबोर था, और महाकुंभ के धार्मिक महत्व को और भी मजबूती से प्रस्तुत किया गया।
सख्त सुरक्षा व्यवस्था
इस शो के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने खास इंतजाम किए थे। स्थानीय प्रशासन और पुलिस एलर्ट पर थे, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। यह ड्रोन शो महाकुंभ के भव्य आयोजन का अहम हिस्सा बन गया, जो श्रद्धालुओं को सिर्फ आस्था और धर्म का संदेश नहीं, बल्कि आधुनिक तकनीक और भारतीय संस्कृति का अद्वितीय संगम भी प्रदान कर रहा है।
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