मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘विकसित यूपी@2047’ संवाद में नगर निकायों को नवाचार, स्मार्ट सेवाओं, हरित विस्तार और डिजिटल सुविधा अपनाने पर जोर दिया। लक्ष्य है यूपी को 2047 तक विकसित और 6 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना।

लखनऊ, 29 सितम्बर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रत्येक नगर निकाय अपनी कार्ययोजना में नवाचार को शामिल करे और ईज़ ऑफ लिविंग की अवधारणा के अनुसार नागरिक सेवाओं को आधुनिक बनाए। उन्होंने कहा कि शहरी विकास केवल बुनियादी सुविधाओं तक सीमित न रहे, बल्कि स्मार्ट सेवाओं, हरित विस्तार, बेहतर यातायात और डिजिटल पहुँच को भी ध्यान में रखा जाए।

मुख्यमंत्री ने नगर निकायों को आय सृजन के नए साधन विकसित करने और जनप्रतिनिधियों को नागरिकों को इस प्रक्रिया में शामिल करने की सलाह दी।

विकसित यूपी@2047 संवाद में महापौर और नगर निकायों से चर्चा

योगी आदित्यनाथ ने ‘विकसित यूपी@2047’ संवाद शृंखला के अंतर्गत 17 नगर निगमों के महापौरों, 200 नगर पालिका और 545 नगर पंचायतों के अध्यक्षों व सदस्यों से वर्चुअल संवाद किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को 2047 तक विकसित राज्य बनाने में नगर निकायों की भूमिका अहम है। मुख्यमंत्री ने हर नगर को स्वच्छ, आधुनिक, सुगठित और आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।

बीते आठ वर्षों में शहरी विकास में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ

मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले आठ साल में उत्तर प्रदेश ने शहरी विकास के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • 127 से अधिक नए नगर निकायों का सृजन और पुनर्गठन
  • 17 स्मार्ट सिटी का विकास
  • ई-गवर्नेंस सेवाओं का विस्तार
  • मेट्रो, आरआरटीएस और रोपवे जैसी आधुनिक परिवहन योजनाएँ
  • ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और सीवरेज की नई योजनाएँ

उन्होंने बताया कि लखनऊ और गाजियाबाद नगर निगम ने म्युनिसिपल बांड जारी किए और हर नगरीय निकाय ने आय को ढाई से तीन गुना बढ़ाया।

नगरों में नई ऊर्जा और पहचान

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या, काशी, मथुरा, प्रयाग, गाजियाबाद, लखनऊ, झांसी, फिरोजाबाद और गोरखपुर जैसे नगर नई ऊर्जा और स्वरूप के साथ उत्तर प्रदेश की पहचान बन रहे हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले वर्षों में शहरी आबादी कई गुना बढ़ेगी, इसलिए नगर निकायों को अपनी सोच और कार्यशैली दोनों बदलनी होंगी।

इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर और डिजिटल पहल

मुख्यमंत्री ने इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के बहुआयामी उपयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि डिजिटल सेवाओं, स्मार्ट निगरानी और नागरिक सुविधा के लिए इसे अधिक प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।

विकसित यूपी@2047 विज़न और अमृतकाल के पंच प्रण

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘अमृतकाल के पंच प्रण’ को दोहराते हुए ‘विकसित यूपी@2047’ का विज़न साझा किया। उन्होंने बताया कि यह अभियान अर्थशक्ति, सृजनशक्ति और जीवनशक्ति के तीन स्तंभों पर आधारित है। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अभियान से संबंधित पत्र और सामग्री को बैठकों और सभाओं में साझा करें और आम जनता को इस प्रक्रिया में शामिल करें।

जनभागीदारी और सुझाव आमंत्रण

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक परिवार से कम से कम एक सुझाव प्राप्त किया जाए। हर जनपद से तीन और प्रदेश स्तर पर पाँच श्रेष्ठ सुझावों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब तक 12 लाख नागरिकों ने सुझाव साझा किए हैं, जो भविष्य की नीतियों और योजनाओं का आधार बनेंगे। मुख्यमंत्री ने इस प्रक्रिया को केवल अभिमत संग्रहण नहीं, बल्कि जनता की आकांक्षाओं को राज्य की नीतियों में शामिल करने वाला ऐतिहासिक प्रयास बताया।

आर्थिक लक्ष्य: यूपी को वन ट्रिलियन से 6 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाना

योगी आदित्यनाथ ने अगले पांच वर्षों में यूपी को वन ट्रिलियन डॉलर और 2047 तक 6 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य साझा किया। उन्होंने कहा कि यह लक्ष्य केवल प्रदेशवासियों के सहयोग से ही हासिल किया जा सकेगा।

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