सार
Prayagraj Mahakumbh 2025: मौनी अमावस्या की घटना के बाद, महाकुंभ के आखिरी अमृत स्नान के लिए सुरक्षा बढ़ाई गई है। मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को भीड़ नियंत्रण, यातायात और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
महाकुंभ नगर। मौनी अमावस्या स्नान के दौरान महाकुंभ में बड़ा हादसा हो गया। इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक कर अमृत स्नान के लिए सुरक्षा कड़े निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार को 3 फरवरी को होने वाले बसंत पंचमी के अमृत स्नान की व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने अफसरों के साथ की इमरजेंसी मीटिंग
भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर बड़े फैसले लिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक मैनेजमेंट पर खास जोर दिया है। उसके बाद मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और प्रशांत कुमार वृहस्पतिवार को महाकुंभ मेला क्षेत्र पहुंच गए। जिसमें निर्णय लिया गया कि प्रयागराज की सभी सीमा बिंदुओं पर होल्डिंग एरिया बनाए जाएंगे, ताकि स्नान क्षेत्र में भीड़ ना बढ़े। बाहर जाने वाले सभी रास्तों को निर्बाध रखा जाएगा ताकि अव्यवस्था न हो और रेलवे एवं परिवहन निगम को अतिरिक्त ट्रेन एवं बसें उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गए हैं।
.1. इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ IAS डॉ. आशीष गोयल और भानुचंद्र गोस्वामी को प्रयागराज भेजा है।
2. दोनों अधिकारी इससे पहले वर्ष 2019 का कुंभ मेला सकुशल संपन्न करा चुके हैं।
3. उस वक्त मंडलायुक्त रहे आशीष गाेयल, प्रयागराज जिलाधिकारी रहे भानुचंद्र गोस्वामी के बीच अच्छी ट्यूनिंग है।
4. दोनों अफसरों ने 2019 का अर्धकुंभ सकुशल संपन्न करा दिया था।
5. इन दोनों अधिकारियों के अलावा 5 विशेष सचिव स्तर के अधिकारी 15 फरवरी तक व्यवस्थाओं की निगरानी करेंगे।
6. इनके अलावा 3 पीसीएस अफ़सरों प्रफुल्ल त्रिपाठी, प्रतिपाल सिंह चौहान और आशुतोष दुबे को भी 15 फ़रवरी तक के लिए कुंभ में तैनात किया गया है।
7. प्रयागराज में एसपी स्तर के अधिकारी भीड़ प्रबंधन का जिम्मा संभालेंगे। 8. अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूट और मिर्जापुर में भी सुरक्षा व्यवस्था सख्त की गई है।
सीएम योगी के 6 प्रमुख निर्देश
1. स्नान घाटों पर बैरिकेडिंग मजबूत की जाए। 2. विशेष पार्किंग जोन बनाए जाएं ताकि अव्यवस्था न हो। 3. भोजन और पेयजल की उचित व्यवस्था हो। 4. श्रद्धालुओं को बिना किसी बाधा के स्नान और दर्शन की अनुमति दी जाए। 5. सभी महत्वपूर्ण मार्गों पर सुरक्षा बलों की गश्त बढ़ाई जाए। 6. प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों की लाइव मॉनिटरिंग की जाए।
हादसे की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक पैनल का गठन
अमृत स्नान से पहले सुरक्षा व्यवस्था काे और मजबूत करने की तैयारी इस हादसे की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक पैनल गठित किया गया है, जिसकी अध्यक्षता सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार कर रहे हैं। उनके साथ पूर्व डीजीपी वीके गुप्ता और पूर्व आईएएस अधिकारी डीके सिंह भी जांच दल में शामिल हैं। यह पैनल एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा। लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और यातायात नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने को कहा है। अमृत स्नान से पहले प्रयागराज और अन्य धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी त्रासदी को रोका जा सके। महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालु प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्नान करें।
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