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Bulandshahr Tragedy: जिस कार में लौट रही थी खुशियां, उसी में जल गया पूरा परिवार
Bulandshahr Car Accident: दिल को चीर देने वाली सुबह, एक झपकी बनी मातम का सबब। शादी के 7 महीने बाद वही कार बनी 5 लोगों की चिता, जो मिली थी तोहफे में। जहां विदाई के फूल होने थे, वहां जली जिंदगी की चिता…शादी की खुशियां एक चिंगारी में स्वाहा हो गईं
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खुशियों की कार में बैठकर निकले थे… मौत तक पहुंच गए
तंजील और उनके परिवार की कार जैसे ही बुलंदशहर के पास पहुंची, एक झपकी ने सब कुछ खत्म कर दिया। चाचा की शादी में खुशी-खुशी शामिल हुए थे, लेकिन दिल्ली लौटते वक्त कार पुलिया से टकराकर आग का गोला बन गई।
सात महीने पहले हुई शादी, सात सेकंड में सब खत्म
18 नवंबर को तंजील की शादी निदा से हुई थी। सात महीने की नई दुल्हन के साथ जिंदगी शुरू ही हुई थी कि आग में सब कुछ स्वाहा हो गया। अब दोनों की साथ में चिता जली।
दुल्हन की कार बनी मौत की सवारी
शादी में मिले गिफ्ट की कार ही उस जोड़े की जान ले गई। निदा के घरवालों ने प्यार से कार दी थी ताकि दिल्ली आने-जाने में सुविधा हो। किसी ने नहीं सोचा था वही गाड़ी जिंदगी लील लेगी।
बहन की विदाई के बाद भाई की अंतिम विदाई
तंजील की बहन मंतशा ने शादी के अगले दिन भाई की शादी देखी थी। उसी भाई को बुधवार की सुबह माथा चूमकर विदा किया था, लेकिन कुछ घंटों बाद भाई की मौत की खबर ने उसकी दुनिया उजाड़ दी।
बेटी के सामने जली पूरी दुनिया, बची तो बस चीखें
कार में मौजूद 17 साल की गुलनाज झुलसकर अस्पताल में भर्ती है। उसके सामने मां, भाई-बहन और रिश्तेदार जलते रहे, पर वो उन्हें बचा न सकी। आज वो आईसीयू में मौत से जंग लड़ रही है।
मासूम इनाया अनाथ हुई, नानी के आंगन में अकेली
छह साल की इनाया को नहीं पता उसके मां-बाप और भाई अब कभी नहीं लौटेंगे। वह नानी के पास सहसवान में थी। हादसे में मां-पिता और भाई की मौत से इनाया अब अनाथ हो गई है।
जिस बहन को भाई ने पाला, अब भाई के लिए रो रही है
तंजील घर के सबसे बड़े बेटे थे, परिवार का सहारा। बहनों की पढ़ाई-शादी की जिम्मेदारी उन्हीं पर थी। अब उनकी मौत से बहनें बिलख रही हैं, कोई कह रहा है – ‘भाई के बिना कैसे जिएंगे?’
जुबैर और मोमिन की जिंदगी भी आग में राख
जुबैर और मोमिन भी तंजील के साथ कार में थे। उनका दो साल का मासूम बेटा जैनुल भी साथ था। आग ने इन तीनों को भी जिंदा जला दिया। उनके गांव में अब सन्नाटा और मातम है।
शादी से लौटे लोग अब श्मशान तक साथ गए
जिस परिवार ने चाचा की शादी में ढोल-नगाड़े बजाए थे, वही लोग अब शवयात्रा में रोते हुए चल रहे हैं। एक ही दिन में दो परिवार खत्म हो गए। गांव में सिर्फ मातम है और आंखों में आंसू।