सार

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सेरेमनी से पहले अयोध्या पहुंची एशियानेट न्यूज टीम ने मेहमानों के स्वागत की तैयारियों का जायजा लिया। आइए जानते हैं कि यदि यदि आपको भी इनविटेशन लेटर मिला है, तो किन बातों का ध्यान रखें?

अयोध्या (Ayodhya): अयोध्या राममंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां युद्ध स्तर पर की जा रही हैं। 4000 साधु-संतों और 2500-3000 देश-विदेश के विशिष्ट लोगों को आमंत्रण पत्र भेजा गया है। पीएम नरेंद्र मोदी समेत देश की बड़ी हस्तियां कार्यक्रम में मौजूद रहेंगी। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की तरफ से भेजे गए इनविटेशन लेटर में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं सहित निवेदन पत्र भी है। उसका पालन करने पर ही मेहमानों को कार्यक्रम में एंट्री मिलेगी।

आसान नहीं होगी प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में एंट्री

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय कहते हैं कि प्रोटोकॉल वाले न आएं, ताकि लोगों को असुविधा न हो। सब लोग भक्त बनकर आएं और यहां से संदेश लेकर जाएं। मतलब साफ है कि आम हो या वीवीआईपी किसी को भी इस सेरेमनी मे आसानी से प्रवेश नहीं मिल सकेगा। चंपत राय के संदेश को विस्तार से बताते हुए विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा कहते हैं कि 4000 संतों को आमंत्रण भेजा गया है। साथ ही 2500 से 3000 प्रमुख आगंतुक भी हैं। इनविटेशन में खास यह है कि मेहमान यहां जरूर पधारें। उनके आवास और भोजन की व्यवस्था की गई है। पर जब आप रामलला के दर्शन करने जाएं तो मंदिर परिसर में अपने साथ मोबाइल, कैमरा आदि कोई सामग्री मत ले जाएं। हाथ खाली रहे और दर्शन करें।

 

क्या चीजें रखें और क्या न रखें आमंत्रित लोग?

ट्रस्ट की तरफ से आगंतुकों से यह निवेदन किया गया है कि कार्यक्रम के दरम्यान वह क्या चीजें साथ रखें और क्या न रखें। बड़े संतों से छत्र चमर और ठाकुर जी को साथ न लाने का आग्रह किया गया है। यह भी कहा गया है कि आगंतुक 20 जनवरी की दोपहर तक अयोध्या आने की योजना बनाएं। 22 जनवरी की सुबह अयोध्या आने वाले निमंत्रित महानुभावों के लिए रामनगरी में प्रवेश के साथ अन्य किसी व्यवस्था को करना असंभव होगा। आमंत्रण पत्र में ऐसे ही कुछ बिन्दुओं के माध्यम से मेहमानों से निवेदन किया गया है कि वह क्या करें और क्या न करें?

समारोह में एंट्री के लिए रखना होगा इन चीजों का ध्यान

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की तरफ से भेजे गए आमंत्रण पत्र में कहा गया है कि निमंत्रित लोग अपना आधार कार्ड अपने साथ रखें। मोबाइल, पर्स आदि कार्यक्रम स्थल ले जाना संभव नहीं होगा। सुबह 11 बजे कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश करना होगा। प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 3 घंटे से अधिक समय तक चल सकता है। समारोह स्थल तक आने और वापस जाने के लिए एक किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ सकता है। ऐसे लोग जो अत्यधिक रुग्ण हैं, चलने में असमर्थ हैं या वृद्ध हैं। उन्हें प्राण प्रतिष्ठा के दिन नहीं आना चाहिए। फरवरी के महीने में वह कभी भी आ सकते हैं।

कार्यक्रम स्थल पर बच्चों का प्रवेश नहीं

निवेदन पत्र में कहा गया है कि निमंत्रण पत्र पर सिर्फ एक ही व्यक्ति को प्रवेश मिलेगा। साथ आए लोगों को बाहर रहना होगा। महानुभावों के सुरक्षाकर्मी समारोह स्थल पर प्रवेश नहीं कर पाएंगे। किसी बालक का भी प्रवेश नहीं होगा। पीएम नरेंद्र मोदी के मंदिर परिसर से बाहर जाने के बाद आमंत्रित लोग क्रम से रामलला के दर्शन कर सकेंगे। कार्यक्रम से पहले आमंत्रित लोगों को एक लिंक भेजी जाएगी। उस लिंक से मोबाइल ऐप डाउनलोड कर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरकर सबमिट करना होगा।

ये भी पढें-Ayodhya Airport: दिल्ली से अयोध्या डेली-अहमदाबाद हफ्ते में 3 दिन, 30 दिसम्बर को उतरेगा पहला विमान, 6 जनवरी से कॉमर्शियल फ्लाइट