अयोध्या में त्रेता युग की झलक, पहली बार देखिए रामनगरी की ये अद्भुत तस्वीरें
अयोध्या में दीपोत्सव 2025 के तहत भक्ति और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिला है। ऐसा लग रहा था जैसे त्रेता युग आ गया हो।रामनगरी आरती और ढोल-नगाड़ों से गूंज उठी। पर्यटन मंत्री ने रामायण काल की जीवंत झांकियों को जय श्री राम का ध्वज लहराकर किया रवाना

अयोध्या में त्रेता युग की झलक, पहली बार देखिए रामनगरी की ये अद्भुत तस्वीरें
भगवान श्रीराम की पावन नगरी अयोध्या में दीपोत्सव 2025 के तहत रविवार को रामायण काल की झांकियों का अद्भुत संगम देखने को मिला। जैसे ही पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने ढोल नगाड़े बजाकर साकेत महाविद्यालय परिसर से झांकियों को जय श्री राम का ध्वज लहराकर रवाना किया, पूरा वातावरण जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा। इन झांकियों के रामपथ पर पहुंचते ही लगा मानो त्रेता युग का वैभव और मर्यादा वर्तमान में लौट आई हो।
झांकियों में योगी सरकार की उपलब्धियों का चित्रण
सूचना विभाग की झांकियों में योगी सरकार की उपलब्धियों का चित्रण किया गया। प्रयागराज महाकुंभ, काशी कॉरिडोर, डिफेंस कॉरिडोर, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, स्वच्छ और हरित उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर नारी, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, आयुष्मान कैशलेस जैसी योजनाओं की झलक देखने को मिली।
विकास और संस्कृति के अनोखा संगम
इन झांकियों ने विकास और संस्कृति के अनोखे संगम को प्रदर्शित किया। जहां आधुनिक उत्तर प्रदेश, राम राज्य की भावना के अनुरूप आगे बढ़ता दिखाई दिया।
झांकियों पर श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पुष्पवर्षा की
जैसे-जैसे झांकियां रामपथ से गुजरीं, श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पुष्पवर्षा की, दीप जलाए और आरती उतारी। कलाकारों के समूह रास्ते भर ढोल-नगाड़ों और लोकनृत्यों के माध्यम से माहौल को भक्तिमय बनाते रहे।
पूरा मार्ग भक्ति, संगीत और उल्लास से थिरक उठा
शोभा यात्रा में हरियाणा का फाग, केरल का कथककली, राजस्थान का झूमर, पंजाब का भांगड़ा, ओडिशा का संबलपुरी, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश की लोक कलाओं ने आयोजन को राष्ट्रीय स्वरूप दे दिया। पूरा मार्ग भक्ति, संगीत और उल्लास से थिरक उठा।
योगी राज में दिखी राम राज्य की झलक
दीपोत्सव 2025 के इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि अयोध्या केवल तीर्थ नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक चेतना का हृदय है। लाखों दीपों की रोशनी और झांकियों की भव्यता ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि जब आस्था और विकास साथ चलते हैं, तो परिणाम राम राज्य की झलक जैसा होता है।