सार
दुनिया की शीर्ष कंपनियों में शुमार एपल के फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पावेल प्रयागराज में कल से शुरू हो रहे महाकुंभ में हिस्सा लेंगी। आध्यात्मिक गुरू कैलाशनंद महाराज ने लॉरेन पावेल के प्रयागराज मे आने की जानकारी देते हुए बताया कि वह दूसरी बार भारत आ रही हैं।
कैलाशनंद महाराज ने बताई ये बात
कैलाशनंद महाराज ने बताया कि लॉरेन पावेल को कमला नाम दिया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि वो उन्हें अपना गौत्र भी देंगे।कैलाशनंद के मुताबिक ये लॉरेन पावेल का निजी कार्यक्रम है और वो अध्यात्म के उद्देश्य से आ रही हैं। प्रयागराज में प्रवास के दौरान लॉरेन पावेल कैलाशनंद के शिविर मे ही रहेगी। उन्होंने बताया, वो मेरे प्रति बहुत स्नेह रखती हैं, निसंदेह वो हमारे शिविर में चार-पांच दिन प्रवास करेंगी। इस दौरान वो ध्यान, तप योग और साधना करेंगी और गुरू से अपने मन में उठने वाले प्रश्न भी करेंगी।
अमेरिका में बड़ी तादाद में हैं शिष्य
कैलाशनंद महाराज के शिष्य महाऋि व्यासानंद को निरंजनी अखाड़ा महामंडलेश्वर बना रहा है। व्यासानंद महाराज के अमेरिका में बड़ी तादाद में शिष्य हैं। लॉरेन पावेल भी उनसे जुड़ी हैं। कुंभ उत्सव भारत की संस्कृति और परंपरा को विश्व के सामने भी पेश करता है। कुंभ के दौरान बड़ी तादाद में दुनियाभर से सनातन धर्म की तरफ आकर्षित होने वाले लोग यहां पहुंचते हैं।
निरंजनी अखाड़े की पेशवाई में लॉरेन पावेल के शामिल होने के सवाल पर कैलाशनंद महाराज ने कहा कि ये उनकी अपनी निजी इच्छा पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा, दुनिया के वो लोग भी हमारी परंपराओं से जुड़ रहे हैं जिन्हें पहले हमारी संस्कृति का ज्ञान नहीं था। उन्होंने कहा, संसार में जितने भी बड़े लोग हैं वो किसी ना किसी महापुरुष की शरण में होते हैं, वो आत्मानुभूति की वजह से महापुरुषों से जुड़ते हैं।
पश्चिमी देशों की बड़ी हस्तियां होंगी शामिल
कैलाशनंद के मुताबिक, पश्चिमी देशों से और भी कई बड़ी हस्तियां शामिल हो सकती हैं। उन्होंने कहा, ये आध्यात्मिक मेला है जहां संत-महापुरुषों का आशीर्वाद लेने के लिए और अपनी समस्याओं का निदान करने के लिए पहुंचते हैं। ये भी कहा जा रहा है कि लॉरेन पावेल कुंभ के दौरान कल्पवास भी करेंगी। ये बहुत सख्त साधना होती है।
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