सार
आगरा: शादी का सपना संजोए बैठे युवक को तब झटका लगा, जब उसकी नई-नवेली दुल्हन विदा होने से पहले ही फरार हो गई। मामला आगरा के एत्मादउद्दौला इलाके का है, जहां एक युवक की शादी मंदिर में धूमधाम से कराई गई। लेकिन शादी के कुछ घंटों बाद ही दुल्हन अपने परिजनों को विदा करने के बहाने ऑटो में बैठी और लापता हो गई। परिजनों ने जब पीछा किया, तो शादी कराने वाला बिचौलिया और दुल्हन का जीजा उनके हत्थे चढ़ गया। पुलिस अब लुटेरी दुल्हन और उसकी बहन की तलाश कर रही है।
कैसे हुआ था रिश्ता तय?
सीतानगर निवासी सनी, जो डेकोरेशन का काम करता है, ने बताया कि उसके मोहल्ले के मोनू उर्फ राजेंद्र ने उसकी शादी के लिए फिरोजाबाद के एक युवक से संपर्क कराया। मोनू ने बताया कि कानपुर की एक युवती शादी के लिए तैयार है, लेकिन लड़की का परिवार गरीब है, इसलिए शादी करवाने के लिए 35 हजार रुपये खर्च करने होंगे।
सनी और उसका परिवार इस प्रस्ताव को मान गया और लड़की को देखने के लिए बुधवार को रामबाग के एक मंदिर पहुंचे। वहां युवती अपने जीजा मनोज और बहन के साथ आई थी। लड़की पसंद आने के बाद उसे सोने की अंगूठी पहनाई गई और पंडित बुलाकर सात फेरे ले लिए गए।
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दुल्हन की बहन ने बुलाया ऑटो और फिर…
शादी की सभी रस्में पूरी होने के बाद दूल्हे का परिवार खुशी-खुशी घर लौटा। शाम को दुल्हन की बहन ने एक ऑटो बुलाया और अपनी बहन को विदा करने के बहाने उसमें बैठाया। लेकिन कुछ ही देर में शक होने पर दूल्हा और उसका परिवार भी दूसरे ऑटो से पीछा करने लगा।
रास्ते में दूल्हे के परिवार ने ऑटो को रोक लिया, लेकिन तब तक दुल्हन और उसकी बहन भागने में सफल हो चुकी थीं। मौके पर मौजूद बिचौलिया मोनू और दुल्हन का जीजा मनोज पकड़े गए।
दुल्हन की तलाश में जुटी पुलिस
बिचौलिया मोनू पहले ही शादी के नाम पर 35 हजार रुपये ले चुका था। दुल्हन को सोने की दो अंगूठियां और मंगलसूत्र भी पहनाए गए थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, जबकि लुटेरी दुल्हन और उसकी बहन की तलाश जारी है। पुलिस का मानना है कि यह एक संगठित गिरोह हो सकता है, जो शादी के नाम पर युवकों को ठगने का काम करता है।
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