सार

रूस से आए 7 फुट लंबे, कसरती बदन वाले आत्मा प्रेम गिरी महाराज बाबा खासे चर्चित हो रहे हैं। आधुनिक परशुराम कहे जाने वाले इस मस्कुलर बाबा के पीछे एक दिलचस्प कहानी है।
 

प्रयागराज . महाकुंभ मेले में देश-विदेश से श्रद्धालु आ रहे हैं। पुण्य स्नान के लिए हर दिन लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुँच रहे हैं। सिर्फ़ हिंदू समुदाय ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी कई लोग हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार व्रत लेकर महाकुंभ मेले में शामिल हो रहे हैं। स्टीव जॉब्स की पत्नी भी महाकुंभ मेले में शामिल हुईं। इन सबके बीच रूस से महाकुंभ मेले में आए मस्कुलर बाबा अब काफ़ी लोकप्रिय हो गए हैं। 7 फुट लंबे, कसरती बदन, खाकी वस्त्र और रुद्राक्ष धारण किए यह मस्कुलर बाबा अब आधुनिक परशुराम के नाम से जाने जा रहे हैं।

मस्कुलर बाबा मूल रूप से रूस के रहने वाले हैं। इनका नाम आत्मा प्रेमगिरी महाराज है। 30 साल पहले इस बाबा ने सनातन धर्म अपनाया था। हिंदू धर्म में परिवर्तित हुए प्रेमगिरी महाराज पिछले 30 सालों से सनातन धर्म का पालन कर रहे हैं। रूस में शिक्षक के रूप में काम करने वाले इस बाबा का रुझान अध्यात्म की ओर हो गया। इसलिए उन्होंने अपना पेशा छोड़ दिया और हिंदू धर्म अपना लिया। प्रेम गिरी महाराज अब महाकुंभ मेले के मुख्य आकर्षण बन गए हैं।

हर हर महादेव के नारों के साथ प्रेम गिरी महाराज महाकुंभ मेले में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। केविन बुब्रिस्की नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस बाबा की तस्वीरें पोस्ट की गई हैं। प्रेम गिरी महाराज की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद वे काफी लोकप्रिय हो गए हैं। प्रेम गिरी महाराज रोज़ाना हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों का पालन करते हैं। साथ ही, वे रोज़ाना व्यायाम करके अपने शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखते हैं।

 

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कई श्रद्धालु मस्कुलर बाबा से मिलकर उनके साथ तस्वीरें खिंचवा चुके हैं। प्रेम गिरी महाराज ने कहा कि ऐतिहासिक महाकुंभ में शामिल होने का मौका मिलना उनके लिए सौभाग्य की बात है। मस्कुलर बाबा मूल रूप से रूस के हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों से वे नेपाल में रह रहे हैं। नेपाल के तपोवनों में वे हर दिन अध्यात्म, ध्यान और पूजा के माध्यम से कई अनुयायी बना चुके हैं।

महाकुंभ मेला 13 जनवरी को शुरू हुआ था। 45 दिनों तक चलने वाला यह महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक चलेगा। करोड़ों श्रद्धालु महाकुंभ मेले में शामिल होकर पुण्य स्नान कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाकुंभ मेले में कुल 40 से 45 करोड़ लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।