सार
Women Day 2025 : पदमश्री गुलाबो सपेरा, जिनको जन्म के बाद जिंदा दफना दिया गया था, आज कालबेलिया डांस की स्टार हैं। बिग बॉस से लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच तक, उनका सफ़र प्रेरणादायक है।
जयपुर. हम बात कर रहे हैं राजस्थान ही नहीं दुनिया में कालबेलिया डांस को फेमस करने वाली पदमश्री डांसर गुलाबो सपेरा की...। पैदा होते ही मरने की नौबत आ गई थी लेकिन नीयति को कुछ और ही मंजूर था। मौसी ने मां की तरह संभाला और आज गुलाबो का दुनिया में डंका बज रहा है। वे राजधानी जयपुर में रहती हैं। देश-विदेश में शोज के लिए भ्रमण करती रहती हैं, साथ में पूरी टीम रहती है। भारत के अलावा दुनिया भर के दस से भी ज्यादा बड़े देशों में वे शोज कर चुकी हैं।
पैदा हुई सातवीं बेटी तो एक घंटे बाद पिता ने जिंदा ही दफनाया
दरअसल गुलाबो सपेरा का जन्म 1970 में हुआ। वे परिवार की सातवीं संतान थीं और वह भी बेटी। परिवार पहले ही खानाबदोश जीवन जी रहा था। ऐसे में गुलाबों को जन्म के एक घंटे के बाद ही दफनाया गया। वह जिंदा थी। मौसी ने तुंरत निकाला और अपने साथ ले गई। बाद में परिवार को अपने किये पर पछतावा हुआ तो बेटी को फिर से परिवार में मिलाया। पिता ने नाम दिया गुलाबो।
डांस से जीता दिल और भारत सरकार ने दिया पदमश्री
गुलाबों ने कालबेलिया डांस सीखा और फिर प्रदर्शन शुरू किया। नटों की तरह डांस करते हुए गुलाबो कब इंटरनेशनल हो गई पता ही नहीं चला। वे साल 2011 में बिग बॉस सीजन पांच में रहीं और अपने जीवन के काले पन्ने सबके लिए खोले। साल 2016 में भारत सरकार ने उनके योगदान के लिए उनको पदमश्री से निवाजा। इससे पहले वे कई नेशनल और इंटरनेशनल अवार्ड जीत चुकी हैं। उन पर दो विदेशी राइटर्स बुक तक लिख चुके हैं।