सार

Prayagraj Mahakumbh 2025 : कोटा के ज्वेलर वल्लभ मित्तल ने महाकुंभ में 10,000 चांदी के सिक्के बांटे। सेवादारों, सुरक्षाकर्मियों और साधु-संतों को सम्मानित करने के लिए यह अनोखा कदम उठाया गया।

कोटा. महाकुंभ में राजस्थान के कारोबारी का जलवा, दस हजार लोगों को बांट दी इतनी चांदी... खाली हो जाएं कई शोरूम जयपुर माहाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं और साधु.संतों की सेवा में जुटे सेवादारों का मनोबल बढ़ाने के लिए राजस्थान के कोटा के एक ज्वेलर वल्लभ मित्तल ने अनोखी पहल की। उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh 2025) में 10000 चांदी के सिक्के वितरित किए, जिससे सेवा कार्य में लगे हजारों सुरक्षाकर्मी, सफाईकर्मी, फायर ब्रिगेड कर्मी और अन्य श्रमिकों को सम्मानित किया गया।

महाकुंभ के लोगो वाले विशेष चांदी के सिक्के

वल्लभ मित्तल, जो वल्लभम सर्राफा के निदेशक और स्टार्टअप 925 सिल्वर के संस्थापक हैं, ने इन सिक्कों को खास तौर पर महाकुंभ के प्रतीक चिन्ह ;लोगोद्ध के साथ डिजाइन करवाया था। इनका उद्देश्य महाकुंभ की भव्यता के साथ ही उन लोगों के योगदान को सम्मानित करना था, जो इसके सुचारू संचालन में दिन.रात लगे हुए हैं।

यह भी पढ़ें-डराने वाली ऐसी तस्वीर: दिल दहला देगी ये हैवानियत, चलती कार में एक लड़की और 4 लड़के

महाकुंभ के असली हीरों को किया सलाम

वल्लभ मित्तल का मानना है कि महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन में सुरक्षा, सफाई और व्यवस्था बनाए रखने वाले लोग असली नायक होते हैं। उन्होंने कहा जब लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान कर पुण्य कमा रहे होते हैं, तब ये सेवादार बिना किसी स्वार्थ के अपनी सेवाएं दे रहे होते हैं। यह हमारे समाज की जिम्मेदारी है कि हम उनका मनोबल बढ़ाएं और उनके योगदान को पहचानें।

महाकुंभ के साधु.संतों को भी दिए गए चांदी के सिक्के

मित्तल ने न केवल सेवा कार्य में लगे कर्मचारियों को, बल्कि विभिन्न राज्यों से आए साधु.संतों को भी चांदी के सिक्के भेंट किए। उनका मानना है कि ये संत भारत की आध्यात्मिक परंपरा को जीवंत रखते हैं और उन्हें सम्मान देना हमारी संस्कृति का हिस्सा है।मित्तल ने कहा कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बावजूद, सेवादार दिन.रात उनकी सुविधाओं का ध्यान रख रहे हैं।

यह भी पढ़ें-राजस्थान में बड़ा हादसा: महाकुंभ के श्रद्धालुओं से भरी बस पलटी, मची चीख-पुकार