udaipur files controversy : उदयपुर राजस्थान के बहुचर्चित कन्हैया लाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज पर जारी रोक को लेकर अब मामला देश की सबसे बड़ी अदालत में पहुंच चुका है। फिल्म निर्माता की ओर से दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए सहमति दे दी है। याचिका में दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश को रद्द करने की मांग की गई है, जिसके तहत फिल्म की रिलीज पर अस्थायी रूप से रोक लगाई गई थी।

कौन हैं Udaipur Files के निर्माता

फिल्म के निर्माता अमित जानी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। वरिष्ठ अधिवक्ता गौरव भाटिया और वकील पुलकित अग्रवाल ने इस मामले को कोर्ट के समक्ष रखा। वकील का कहना है कि फिल्म सेंसर बोर्ड से पास हो चुकी है, इसलिए उस पर रिलीज से पहले रोक लगाना स्वतंत्र अभिव्यक्ति के अधिकार का उल्लंघन है।

दिल्ली हाई कोर्ट ने क्यों फिल्म पर लगाई रोक

हाईकोर्ट ने एक दिन पहले रोकी थी रिलीज यह फिल्म 11 जुलाई 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होनी थी, लेकिन 10 जुलाई को दिल्ली हाई कोर्ट ने इसे रोक दिया। कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि वह फिल्म की समीक्षा करे, खासकर सिनेमा एक्ट 1952 की धारा 6 के तहत। यह फैसला तीन याचिकाओं के आधार पर दिया गया था, जिनमें एक याचिका जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी की भी थी।

‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म क्यों चर्चा में…

फिल्म की पृष्ठभूमि – कन्हैया लाल मर्डर केस ‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म की कहानी 28 जून 2022 को राजस्थान के उदयपुर में हुई दर्दनाक घटना पर आधारित है। कन्हैया लाल, जो एक दर्जी थे, की दो युवकों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने दिनदहाड़े हत्या कर दी थी।

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