सार
बाड़मेर (राजस्थान). बाड़मेर जिले में महिला सशक्तिकरण और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जिला कलेक्टर टीना डाबी की पहल से शुरू हुआ ‘मरू उड़ान’ कार्यक्रम नई ऊंचाइयों को छू रहा है। सोमवार को टीना डाबी ने जिले की 120 बालिकाओं के साथ संवाद करते हुए उन्हें प्रेरित किया और उनके उत्साह को नई दिशा दी। इसी बीच टीना डाबी ने लड़कियों के लिए टिप्स देते हुए बताया कि वह किस तरह यूपीएससी परीक्षा पास करके IAS और IPS बन सकती हैं।
क्या है बाड़मेर का ‘मरू उड़ान’ अभियान
इस अवसर पर कलेक्टर ने ‘मरू उड़ान’ कार्यक्रम की टी-शर्ट लॉन्च की और बालिकाओं को जूते व ट्रैक सूट भी वितरित किए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी बेटी शिक्षा से वंचित न रहे। उन्होंने बालिकाओं को यह संदेश दिया कि 12वीं कक्षा में अच्छे अंक लाने के बाद भी पढ़ाई जारी रखना बेहद जरूरी है।
टीना डाबी ने बताया सफलता का सही फार्मूला
टीना डाबी ने बालिकाओं के सवालों का जवाब देते हुए अपने कलेक्टर बनने की यात्रा साझा की। उन्होंने बताया कि आईएएस या आईपीएस बनने के लिए कोचिंग आवश्यक नहीं है। नियमित और गंभीर पढ़ाई से भी सफलता प्राप्त की जा सकती है। उनके अनुभवों ने बालिकाओं को प्रेरित किया कि यदि वे निरंतर मेहनत करें, तो कोई भी मंजिल असंभव नहीं।
महिला दिवस पर होगा ‘मरू उड़ान’ का समापन
‘मरू उड़ान’ के तहत 9 से 12 वर्ष की बालिकाओं के लिए 10 सप्ताह का प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘नींव: लड़कियां भागे, सबसे आगे’ आयोजित किया जा रहा है। इसमें चार सरकारी विद्यालयों की 120 बालिकाएं भाग ले रही हैं। इस कार्यक्रम का समापन 8 मार्च, महिला दिवस पर होगा, जिसमें 5 किलोमीटर की दौड़ आयोजित की जाएगी।
टीना डाबी की इस पहल ने पूरे प्रदेश में प्रेरणा दी
जिला कलेक्टर टीना डाबी की इस पहल ने पूरे प्रदेश में प्रेरणा दी है। ‘मरू उड़ान’ कार्यक्रम अब राजस्थान के अन्य जिलों में भी अपनाया जा रहा है। भारत सरकार की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत यह कार्यक्रम बालिकाओं को सशक्त बनाने में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। बाड़मेर का यह कदम समाज में बालिकाओं को उनके अधिकार और अवसर देने की दिशा में अनुकरणीय है।
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