Ranthambore National Park News : राजस्थान के रणथंभौर नेशनल पार्क से एक बेहद भावुक और दिल छू लेने वाली खबर सामने आई है। जहां इधर बाघिन की बेटी दूसरे जंगल में शिफ्ट हुई तो उधर बागिन मां T-84 की मौत हो गई।
Ranthambore National Park News : राजस्थान के रणथंभौर नेशनल पार्क से एक बेहद भावुक और दिल छू लेने वाली खबर सामने आई है। यहां प्रसिद्ध बाघिन T-84, जिसे स्थानीय लोग "अर्रा" के नाम से भी जानते थे, का निधन हो गया। खास बात यह रही कि उसकी बेटी RBT 2507 को मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में स्थानांतरित किए जाने के कुछ ही घंटे बाद यह दुखद घटना हुई।
T-84 बाघिन को आखिर क्या थी ऐसी बीमारी
रणथंभौर टाइगर रिजर्व प्रशासन ने पुष्टि की है कि T-84 बाघिन बीते कई महीनों से गंभीर बीमारी "बोन ट्यूमर" से पीड़ित थी। उसका इलाज भी किया जा रहा था, लेकिन उम्र और बीमारी के कारण उसकी स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी। गुरुवार सुबह उसकी मौत की जानकारी मिली, जिससे वन विभाग और वन्यजीव प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई।
मां और बेटी के इस अलगाव ने हर किसी को रूला डाला
इससे कुछ ही देर पहले उसकी बेटी RBT 2507 को मुकुंदरा शिफ्ट किया गया था, जिसे बाघिन से दूर करने की प्रक्रिया वन विभाग द्वारा पूरी की गई थी। माना जा रहा है कि मां और बेटी के इस अलगाव ने भी T-84 पर मानसिक प्रभाव डाला। हालांकि विशेषज्ञ इसे महज संयोग बता रहे हैं, लेकिन यह घटना भावनात्मक रूप से हर किसी को झकझोर गई है। T-84 बाघिन रणथंभौर की प्रमुख बाघिनों में से एक रही है। उसने इस पार्क में कई वर्षों तक राज किया और उसकी संतानों ने भी बाघों की संख्या बढ़ाने में योगदान दिया है। उसकी मौत के साथ ही रणथंभौर की एक सुनहरी कहानी का अंत हो गया है।
सोशल मीडिया पर बाघिन को श्रद्धांजलि दे रहे लोग
वन विभाग अब उसके शव का पोस्टमार्टम कर रहा है और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया भी जल्द पूरी की जाएगी। वन्यजीव प्रेमी और फोटोग्राफर सोशल मीडिया पर बाघिन को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।