सार
barmer news, राजस्थान के किशोर सिंह के बागान में उगाई जा रही गोल्डन टिप चाय ₹2.25 लाख प्रति किलो बिक रही है! जानिए इस खास चाय की कहानी और इसके पीछे का रहस्य।
बाड़मेर. barmer news, चाय के बागानों की जब भी बात आती है तो असम राज्य का नाम जरूर आता है। इन दिनों इसी राज्य में चाय के कारोबारी किशोर सिंह का नाम भी काफी चर्चा में है। क्योंकि इनके बागानों में तैयार हुई गोल्डन टिप चाय सवा दो लाख रुपए प्रति किलो के हिसाब से भी बिक रही है। यह चाय विदेशों में भी बिकने के लिए जा रही है। बता दें कि राजस्थान में उगने वाली यह चाय इतनी महंगी है कि इसकी कीमत में एक नैनो कार (Nano CAR) आ आ जाएगी।
असम के बागानों से ज्यादा स्पेशल है राजस्थान की यह चाय
इनकी चाय सारा चाय के नाम से मार्केट में बिकती है। इस बेहतरीन चाय को गोल्डन टिप की पत्तियों से तैयार किया जाता है। जिससे तैयार होने वाली चाय की एक घूंट पीने से ही आदमी एकदम फ्रेश फील करने लगता है। किशोर बताते हैं कि आमतौर पर ऐसी चाय असम के बागानों में तैयार नहीं होती।इसके लिए जो बागान चाहिए होता है वह भी काफी उन्नत और उपजाऊ मिट्टी का होना चाहिए। नॉर्मल चाय के हजारों पौधे लगाने पड़ते हैं और उसके बीच एक या दो पौधे गोल्डन टिप के लगते हैं। इसके बाद ही ऐसी चाय तैयार हो पाती है।
बाड़मेर की इस चाय की डिमांड विदेशों तक
किशोर सिंह वैसे ज्यादातर असम में ही रहते हैं लेकिन वह बाड़मेर में जब भी कोई सरकारी प्रदर्शनी या अन्य कार्यक्रम होता है तो अपने चाय के प्रोडक्ट की प्रदर्शनी जरूर लगाते हैं। इनके प्रोडक्ट दूसरे देशों में भी बिकने के लिए जाते हैं।किशोर सिंह बताते हैं कि चाय के मामले में लोगों का असम पर हमेशा विश्वास रहा है लेकिन अब वहां केमिकल काफी ज्यादा यूज होने से चाय का स्वाद बिगड़ता जा रहा है। यह भी एक कारण है कि अब लोग चाय पीना कम पसंद कर रहे हैं।