सार
MBBS admission after father's death: माँ की ₹500 पेंशन पर पली बेटी ने पिता के निधन और आर्थिक तंगी के बावजूद NEET में 686 अंक हासिल कर MBBS में दाखिला लिया। यह मां-बेटी की अटूट बंधन और संघर्ष की कहानी है।
NEET success story low income: इस मदर्स डे पर एक ऐसी कहानी सामने आई है, जो मां-बेटी के रिश्ते की मजबूती और संघर्ष की मिसाल बन गई है। 17 साल की प्रेरणा आज देश के एक प्रतिष्ठित सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS की पढ़ाई कर रही है, लेकिन यहां तक पहुंचने का उसका सफर कांटों से भरा रहा।
पिता के निधन के बाद परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
प्रेरणा के लिए जीवन आसान नहीं था। वह सिर्फ 16 साल की थी, जब उसके पिता का कैंसर के कारण निधन हो गया। पिता ऑटो चलाकर परिवार की जिम्मेदारी उठाते थे और हाल ही में 27 लाख रुपये का होम लोन लिया था। पिता के जाने के बाद घर की स्थिति और भी खराब हो गई, क्योंकि बैंक ने घर खाली करने का नोटिस भेज दिया। हालांकि, इस दुख के बाद भी मां और बेटी ने कभी हार नहीं मानी।
मां ने 500 रुपये में परिवार को संभाला, बेटी ने संघर्ष से नीट में सफलता पाई
मां, जो केवल 500 रुपये पेंशन पर घर चला रही थीं, ने अपनी बेटी की पढ़ाई को कभी नहीं रुकने दिया। घर में कभी-कभी केवल रोटी-चटनी से ही दिन निकलता, लेकिन मां ने प्रेरणा के सपने को पूरा करने के लिए खुद को कर्ज में डाल दिया। 2 लाख रुपये का कर्ज लेकर बेटी को डॉक्टर बनाने का सपना देखा और इस सपने को पूरा करने के लिए प्रेरणा ने दिन-रात मेहनत की।
नीट 2023 में 686 अंक हासिल कर चौंकाया
प्रेरणा ने 12-12 घंटे पढ़ाई की और नीट की परीक्षा की तैयारी की। साथ ही, अपने भाई-बहनों को भी पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। उसका मानना था कि अगर उसने हार मानी, तो पूरा परिवार अंधेरे में चला जाएगा। जब NEET 2023 के नतीजे आए, तो प्रेरणा ने 720 में से 686 अंक हासिल कर सबको चौंका दिया। यह सिर्फ एक परीक्षा पास करने की जीत नहीं थी, बल्कि यह मां की तपस्या और बेटी की मेहनत की जीत थी।
मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई और परिवार का उज्जवल भविष्य
आज प्रेरणा मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रही है। उसकी बड़ी बहन अनामिका B.Ed कर रही हैं, छोटा भाई मानवेंद्र NIT में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है, और विजय B.Sc में दाखिल हो चुका है। यह मां और बेटी के रिश्ते की प्रेरणादायक कहानी है, जो यह साबित करती है कि एक मां का विश्वास और बेटी की मेहनत किसी भी मुश्किल को पार कर सकती है।
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