सार

Mohabbat Ka Mela Special Story Of Valentine Day Week : भारत-पाकिस्तान सीमा के पास लैला-मजनूं की मजार पर 65सालों से मोहब्बत का मेला लगता है, जहां प्रेमी जोड़े अपनी मुरादें लेकर आते हैं। इस मजार से जुड़े कई रहस्य और चमत्कार हैं।

श्रीगंगानगर (राजस्थन). sri ganganagar news : जब पूरी दुनिया 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के रंग में डूबी होती है, तब राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में एक ऐसा स्थान है, जो सच्चे प्रेम की मिसाल बन चुका है। यह है लैला-मजनूं की मजार, जो भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक स्थित है। हर साल यहां ‘मोहब्बत का मेला’ लगता है, जहां दूर-दूर से प्रेमी जोड़े आते हैं और अपने प्यार को अमर करने की कामना करते हैं।

श्रीगंगानगर में 65 सालों से जारी मोहब्बत का मेला!

करीब 65 सालों से इस मजार पर यह अनोखा मेला आयोजित किया जा रहा है। पहले यह सिर्फ एक दिन का होता था, लेकिन प्रेमियों की बढ़ती संख्या के कारण अब इसे पांच दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान हजारों लोग यहां पहुंचते हैं और प्रेम की इस अमर गाथा को नमन करते हैं।

मजार से जुड़ा रहस्यमयी चमत्कार!

इस मजार से एक चमत्कारिक मान्यता जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि हर साल घग्घर नदी का पानी इस क्षेत्र में फैल जाता है, लेकिन कभी भी मजार तक नहीं पहुंचता। स्थानीय लोग इसे प्रेम की शक्ति का अद्भुत चमत्कार मानते हैं।

यह भी पढ़ें-बिजनेसमैन बॉयफ्रेंड की प्यार की चाहत में मौत, वैलेंटाइन वीक की सबसे दर्दनाक खबर

कौन थे लैला और मजनूं?

लैला-मजनूं की प्रेम कहानी सिंध प्रांत की बताई जाती है। अरबपति शाह अमारी के बेटे कैस (मजनूं) को लैला से बेइंतहा प्यार हो गया था। लेकिन जब लैला के परिवार को इस प्रेम का पता चला, तो उन्होंने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया।

राजस्थान के इस मेले के रहस्यों पर आज भी बना है सस्पेंस!

लैला-मजनूं की मौत को लेकर अलग-अलग मान्यताएं प्रचलित हैं:

1. लैला के भाई ने मजनूं की हत्या कर दी, जिससे दुखी होकर लैला ने भी दम तोड़ दिया।

2. कुछ लोगों का मानना है कि दोनों घर से भागकर यहां पहुंचे थे और प्यास के कारण उनकी मृत्यु हो गई।

3. एक अन्य कथा कहती है कि समाज से तंग आकर दोनों ने आत्महत्या कर ली।

श्रीगंगानगर लैला-मजनूं की मजार पर कैसे पहुंचे

अगर आप इस पवित्र प्रेम स्थल के दर्शन करना चाहते हैं, तो यहां पहुंचने के लिए ये प्रमुख मार्ग हैं:

  • हवाई मार्ग: जयपुर या दिल्ली एयरपोर्ट से श्रीगंगानगर के लिए ट्रेन या बस लें।

रेल मार्ग: निकटतम बड़ा रेलवे स्टेशन श्रीगंगानगर है। यहां से अनूपगढ़ रेलवे स्टेशन तक ट्रेन जाती है, जो मजार से सिर्फ 10 किमी दूर है।

  • सड़क मार्ग: श्रीगंगानगर से अनूपगढ़ 120 किमी दूर है, जहां से बिंजौर गांव मात्र 10 किमी की दूरी पर है। यहां तक निजी टैक्सी या लोकल बस से पहुंचा जा सकता है।

सच्चे प्रेम की गवाही देता यह पवित्र स्थल!

लैला-मजनूं की मजार न केवल प्रेमी जोड़ों के लिए एक श्रद्धा का स्थान है, बल्कि यह सदियों पुरानी प्रेम कहानियों की अमर धरोहर भी है। हर साल सैकड़ों प्रेमी जोड़े यहां आकर अपने प्यार को अमर करने की कामना करते हैं।

यह भी पढ़ें-वेलेंटाइन वीक का ऐसा खौफ: लड़के ने खुद पर बरसाए चाकू, वजह वो एक कॉल?