snake bite in dholpur : राजस्तान के धौलपुर में एक दर्दनाक हादसे में सांप के काटने से दो बच्चों की मौत हो गई और उनकी मां की हालत गंभीर है। समय पर इलाज न मिलने के कारण यह हादसा हुआ।

snake bite in dholpur :  राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सीमा पर बसे एक गांव में उस समय मातम छा गया जब एक महिला और उसके दो मासूम बेटे रात में छत पर सोते समय जहरीले सांप का शिकार हो गए। इस दर्दनाक हादसे में दोनों बच्चों की जान चली गई, जबकि महिला की जान उपचार के बाद बचाई जा सकी। यह हादसा उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के जगनेर थाना क्षेत्र के मठ भवनई गांव में सोमवार देर रात हुआ। कल रात दोनों बच्चों की जान चली गई, महिला का इलाज राजस्थान में चल रहा है।

सांप ने काटा और बच्चों की छिन गई सांसें

  • घटना के अनुसार, विमलेश देवी अपने दो बेटों – कान्हा (10) और रामू (8) के साथ गर्मी की रात छत पर सो रही थीं। रात के अंधेरे में एक जहरीले सांप ने तीनों को डस लिया। मां को जैसे ही अहसास हुआ, उसने शोर मचाकर परिजनों को बुलाया। परिजन तुरंत महिला को पास के गांव में झाड़-फूंक करने वाले नीम हकीमों के पास ले गए।
  • बच्चों की हालत पर किसी का ध्यान नहीं गया, क्योंकि वे रोज देर तक सोते थे और सांप के काटने की भनक किसी को नहीं लगी। जब सुबह काफी देर तक बच्चे नहीं जागे, तब जाकर परिजन छत पर पहुंचे और उन्हें बेहोश पाया। आनन-फानन में दोनों को ग्वालियर ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

कॉमन क्रेट सांप ने इन बच्चों को काटा….बहुत  खतरनाक थे

गंभीर बात यह रही कि बच्चों को प्राथमिक चिकित्सा देने या अस्पताल ले जाने के बजाय झाड़-फूंक और देसी इलाज में कीमती समय गंवाया गया, जो शायद उनकी जान बचा सकता था। बाद में सपेरों की मदद से सांप को पकड़ लिया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि यह सांप कॉमन क्रेट था, जो भारत के ‘बिग फोर’ जहरीले सांपों में शामिल है और न्यूरोटॉक्सिन ज़हर के कारण नींद में ही मौत का कारण बन सकता है।

बच सकती थी बच्चों की जान?

स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते अस्पताल ले जाया जाता, तो शायद बच्चों की जान बच जाती। यह घटना न केवल एक पारिवारिक त्रासदी है, बल्कि ग्रामीण अंधविश्वास और चिकित्सा अवेयरनेस की कमी को उजागर करती है।