सार

राजस्थान के सिरोही में भील समाज ने शादी-विवाह और अंतिम संस्कार से जुड़े कई नए नियम बनाए हैं। डीजे पर बैन, दापा अनिवार्य, और महिला को भगाने पर भारी जुर्माना जैसे कई बदलाव शामिल हैं।

सिरोही. राजस्थान के सिरोही जिले में भील समाज ने अपने पारंपरिक रीति-रिवाजों को सहेजने के लिए कड़े नियम लागू किए हैं। समाज की पंचायत में लिए गए इन अहम फैसलों में शादी समारोह में डीजे बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध, विवाहिता महिला को भगाकर ले जाने पर भारी जुर्माना और पारंपरिक प्रथाओं में बदलाव शामिल हैं।

शादी में डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध

भील समाज ने अपने रीति-रिवाजों को संरक्षित करने के उद्देश्य से शादी समारोह में डीजे बजाने पर पूरी तरह रोक लगा दी है। पंचायत के अनुसार, अब विवाह समारोह में सिर्फ पारंपरिक वाद्य यंत्रों का ही उपयोग किया जाएगा। यदि कोई परिवार इस नियम का उल्लंघन करता है, तो उसे 21 हजार रुपए का जुर्माना भरना पड़ेगा। पंचायत ने यह फैसला समाज की सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए लिया है।

विवाह पर नए नियम, दहेज की जगह ‘दापा’ अनिवार्य

 पंचायत में यह भी तय किया गया कि किसी भी विवाह के लिए लड़की के परिवार की सहमति अनिवार्य होगी। विवाह के दौरान ‘दापा’ (एक प्रकार की आर्थिक सहायता) की राशि 50 हजार रुपए तय की गई है, जिसे लड़के के परिवार को लड़की के परिवार को देना होगा। बिना सहमति के विवाह करने पर 1.5 लाख रुपए का जुर्माना लगेगा।

विवाहिता महिला को भगाने पर भारी जुर्माना

 अगर कोई शादीशुदा महिला को भगाकर ले जाता है, तो उसे 2.5 लाख रुपए का जुर्माना भरना होगा। इसके अलावा, महिला को अपने पहले पति के साथ ही रहना होगा। इस नियम को समाज में वैवाहिक संबंधों को मजबूत करने और परिवारों को टूटने से बचाने के लिए लागू किया गया है।

अंतिम संस्कार की प्रथा में बदलाव

 पंचायत ने अंतिम संस्कार से जुड़ी कोटिया प्रथा को भी खत्म कर दिया है। अब समाज के सभी लोग कपड़े नहीं देंगे, बल्कि केवल करीबी रिश्तेदार ही कपड़े ला सकेंगे। अन्य लोग फूल, माला या नारियल अर्पित कर सकते हैं।

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