Shahpura accident: ट्रक पलटा…पर हादसे की असली सच्चाई सुबह उजागर हुई! शाहपुरा-अजीतगढ़ हाइवे पर एक दर्दनाक हादसे में कार सवार पति-पत्नी और बच्ची ट्रक के नीचे दबे मिले। मोबाइल लोकेशन से रातभर की गुमशुदगी का खुला रहस्य, प्रशासन पर लापरवाही के गंभीर आरोप।
Ajitgarh highway crash: राजस्थान के सीकर जिले में रविवार को एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसने प्रशासनिक लापरवाही और मानवता पर बड़े सवाल खड़े कर दिए। शाहपुरा-अजीतगढ़ स्टेट हाइवे पर धाराजी घाटी में एक भारी ट्रक मुंगफली के छिलकों से लदा हुआ पलट गया। शुरुआत में यह केवल एक सामान्य सड़क दुर्घटना प्रतीत हुई, लेकिन जब ट्रक को हटाया गया तो उसके नीचे से एक कार के साथ तीन शव बरामद हुए। मृतकों में पति, पत्नी और उनकी मासूम बच्ची शामिल थीं।
संत दर्शन के लिए निकला था परिवार, लेकिन मौत बन गई हमसफर
मृतक परिवार की पहचान शाहपुरा के देवीपुरा गांव, चतरपुरा निवासी के रूप में हुई है। यह परिवार संत जगदीश महाराज के दर्शन के लिए निकला था। हादसा उस समय हुआ जब उनकी कार ट्रक के नीचे आ गई। लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि रातभर किसी को पता नहीं चला कि कार ट्रक के नीचे दबी हुई है।
रात भर लापता थे तीनों, सुबह कार में मिले मृत
परिजन लगातार संपर्क साधने की कोशिश कर रहे थे। जब फोन बंद मिला और लोकेशन उसी जगह दिखी, तो शक और गहराया। अंततः सुबह जब राहत कार्य शुरू हुआ और ट्रक को हटाया गया, तब तीनों शव कार के अंदर मुंगफली के छिलकों के नीचे दबे मिले।
स्थानीयों में फूटा गुस्सा, लापरवाही पर भारी नाराजगी
इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिस और प्रशासन रात में ही सर्च ऑपरेशन शुरू करता, तो शायद इनकी जान बच सकती थी। गुस्साए ग्रामीणों ने मौके पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। स्थिति को तनावपूर्ण होता देख अजीतगढ़ थाना पुलिस, श्रीमाधोपुर SDM और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात को काबू में किया।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश, फिर भी भरोसा डगमगाया
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। प्रशासन ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है, लेकिन मृतकों के परिजन और ग्रामीण अभी भी प्रशासनिक रवैये से नाराज हैं।