resident doctor body in udaipur : उदयपुर के मेडिकल हॉस्टल में एक रेजिडेंट डॉक्टर का शव मिला। करंट लगने का शक, लेकिन जांच में करंट नहीं मिला। मौत का कारण अभी रहस्य बना हुआ है।
resident doctor body in udaipur : उदयपुर शहर के चेतक क्षेत्र स्थित दिलशाद भवन मेडिकल हॉस्टल में गुरुवार देर रात एक रेजिडेंट डॉक्टर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान डॉ. रवि शर्मा के रूप में हुई है, जो हाल ही में खेरवाड़ा में तैनात थे और आगामी दिनों में महाराणा भूपाल चिकित्सालय, उदयपुर में कार्यभार संभालने वाले थे।
चौथी मंजिल पर वाटर कूलर के पास मिली लाश
डॉ. शर्मा का शव हॉस्टल की चौथी मंजिल पर लगे एक वाटर कूलर के पास पड़ा मिला। इस दृश्य को देखकर प्रथम दृष्टया करंट लगने की आशंका जताई गई, लेकिन घटनास्थल की जांच करने पहुंचे विद्युत तकनीकी स्टाफ को वहां किसी विद्युत लाइन में करंट सक्रियता नहीं मिली। इससे मौत का कारण और भी रहस्यमय हो गया है।
क्या है डॉक्टर की मौत का कारण
सूचना मिलते ही अंबामाता थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एमबी चिकित्सालय की मोर्चरी भेजा गया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही वास्तविक कारण सामने आएगा।
कहीं यह तो नहीं मरने की वजह
रेजिडेंट डॉक्टरों के अध्यक्ष डॉ. दीपेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि दिलशाद भवन हॉस्टल में पहले भी विभिन्न विद्युत उपकरणों में करंट आने की शिकायतें की जा चुकी थीं। इन शिकायतों को लेकर कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित किया गया था, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। उनका कहना है कि यह एक लापरवाही का नतीजा भी हो सकता है।
उदयपुर के मेडिकल कॉलेज में पहुंचे जिलेभर के डॉक्टर
घटना के बाद मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल परिसर में शोक का माहौल है। साथी डॉक्टर और रेजिडेंट्स बड़ी संख्या में एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी में एकत्रित हुए। उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच और हॉस्टल में सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की मांग की है। रेजिडेंट डॉक्टर की अकाल मृत्यु ने मेडिकल सिस्टम की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सभी की नजरें पोस्टमार्टम रिपोर्ट और प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी है।