Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने अपनी जीवित पत्नी को सरकारी दस्तावेजों में मृत घोषित कर प्रेमिका को पत्नी के रूप में दर्ज करा लिया। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता ने अपनी बेटी के जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया और पाया कि सरकारी रिकॉर्ड में उसे मृत बताया गया है।

कैसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा?

भरतपुर जिले के उसेर गांव की रहने वाली बिजला जाटव को अपनी बेटी के लिए जाति प्रमाण पत्र बनवाने की जरूरत पड़ी। जब उन्होंने आवेदन किया, तो उनका जनाधार कार्ड अमान्य पाया गया। जांच करने पर सामने आया कि सरकारी रिकॉर्ड में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है। यह जानकर बिजला जाटव हैरान रह गईं और तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

कैसे रची गई साजिश?

आरोपी जगदीश जाटव ने अपनी पत्नी बिजला को मृत दिखाने के लिए फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया और सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर कर प्रेमिका राजरानी का नाम पत्नी के रूप में दर्ज करा दिया। जगदीश ने राशन कार्ड, भामाशाह कार्ड और बीएसएफ की सर्विस बुक में भी राजरानी को अपनी पत्नी दिखाया।

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पीड़िता ने पुलिस से मांगा न्याय

बिजला जाटव ने इस साजिश में शामिल होने के आरोप में अपने पति जगदीश जाटव, प्रेमिका राजरानी, और अन्य आरोपियों प्रेमचंद जाटव, द्रोपा जाटव, राकेश जाटव, लकी जाटव, हेमंत कुमार और ई-मित्र संचालक मोहित कुमार के खिलाफ नदबई थाने में धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज बनाने की शिकायत दर्ज कराई है।

पुलिस कर रही गहन जांच

नदबई पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हर पहलू की बारीकी से पड़ताल की जा रही है। पुलिस यह भी देख रही है कि सरकारी रिकॉर्ड में इस तरह की हेरफेर कैसे संभव हुई और इसमें कौन-कौन शामिल है। यह मामला सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर और धोखाधड़ी का बड़ा उदाहरण है, जो प्रशासनिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है।

 

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