rajasthan monsoon heavy rain : झुंझुनूं जिले के बाघोली क्षेत्र में हाल ही में बनी बाघोली-जहाज सड़क उद्घाटन से पहले ही काटली नदी के बहाव में बह गई। यह सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग-52 को जोड़ने वाली अहम कड़ी थी, लेकिन अब एक 30-35 फीट गहरे खड्डे में तब्दील हो चुकी है। इस घटना ने न सिर्फ ग्रामीणों की आवाजाही ठप कर दी है, बल्कि सरकारी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

झुंझुनूं में कुछ दिन पहले ही बनी थी यह सड़क

 सड़क निर्माण कार्य कुछ ही हफ्तों पहले पूरा हुआ था, और जल्द ही उसका उद्घाटन होने वाला था। लेकिन मानसून की पहली तेज बारिश में ही सड़क बह गई, जिससे पापड़ा और पंचलगी गांवों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है।

ग्रामीणों ने पहले ही एजेंसी को दे चुके थे चेतावनी

ग्रामीणों की चेतावनी को किया गया था नजरअंदाज स्थानीय ग्रामीणों ने पहले ही निर्माण एजेंसी और प्रशासन को घटिया सामग्री के उपयोग को लेकर आगाह किया था। साथ ही, उन्होंने नदी क्षेत्र में नालों और जल निकासी की समुचित व्यवस्था करने की भी मांग की थी। लेकिन इन सुझावों को अनसुना कर दिया गया, जिसका नतीजा अब सामने है।

अब क्या करेगी राजस्थान सरकार

 घटना के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण काटली नदी के किनारे जमा हो गए। उन्होंने दोषियों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, ग्रामीणों का कहना है कि सड़क का पुनर्निर्माण तकनीकी विशेषज्ञों की निगरानी में होना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोहराई न जाए।

प्रशासनिक चुप्पी पर भी सवाल

 घटना के कई घंटे बाद तक कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, जिससे लोगों में आक्रोश है। अब सवाल ये है कि क्या ठेकेदारों और अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी या यह मामला भी कागजों में दफन हो जाएगा?