सार
जयपुर. वर्तमान समय में हम देखते हैं कि लोग आधुनिक खेती तो करते ही हैं लेकिन इस खेती के साथ-साथ अब वह गोट फार्मिंग,मछली पालन जैसे काम भी करने लगे हैं। प्रदेश सरकार खुद ऐसे लोगों को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग तरह की स्कीम लाती है। जो लोग मछली पालन करना चाहते हैं उनके लिए प्रदेश सरकार एक स्कीम लेकर आई है।
क्या है राजस्थान की मत्स्य संपदा योजना
इस स्कीम का नाम मत्स्य संपदा योजना है। जिसके तहत किसान खेती के साथ-साथ अपनी निजी जमीन पर तालाब बनाकर मछली पालन कर सकते हैं। सरकार ऐसे तालाब को तैयार करने की लागत का एससी एसटी और महिला पालकों को 60% और सामान्य एवं ओबीसी वर्ग के पालकों को 40% अनुदान देगी। इस अनुदान में 60% राशि केंद्र और 40% राज्य सरकार की होगी।
मत्स्य संपदा योजना के लिए कैसे करें आवदेन?
आवेदन करने के लिए मत्स्य संपदा योजना के तहत आवेदन करना होगा। जिसमें वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद तलाब बनकर जिओ टैगिंग करके प्रूफ डिपार्टमेंट को भेजना होगा। जो इस योजना में आवेदन करना चाहता है वह अपनी एसएसओ आईडी के जरिए ईमित्र पर आवेदन कर सकता है। जितने भी आवेदन आएंगे उनकी जांच मत्स्य विभाग निदेशालय जयपुर के द्वारा की जाएगी। बता दें कि निजी जमीन पर आवेदनकर्ता एक और दो हेक्टेयर में तालाब बनाएगा। एक हेक्टेयर में जो तालाब बनेगा उसका साइज करीब 6 फीट गहरा होगा।
राजस्थान सरकार आपको देगी इतने लाख रुपए
उस आवेदनकर्ता को 6 फीट की खुदाई और खाद बीज सहित अन्य खर्च मिलाकर करीब 11 लाख रुपए लागत मानकर अनुदान की राशि दी जाएगी। एससी-एसटी के लिए अनुदान की राशि 6.60 लाख रुपए है। वहीं सामान्य और ओबीसी के लिए 4.40 लाख। यदि कोई दो हेक्टेयर में तालाब तैयार करता है तो यह अनुदान राशि डबल हो जाएगी। बता दें कि मछली पालन करके आप सालाना लाखों रुपए की कमाई कर सकते हैं। राजस्थान में पाली और आसपास के इलाकों में लोग खेती के साथ-साथ मछली पालन भी कर रहे हैं। उन्हें खेती से बेहतर मुनाफा मछली पालन में मिल रहा है।
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