Cobra Undergoes Surgery: अजमेर के माखुपुरा गांव में घायल कोबरा की सफल सर्जरी कर उसकी जान बचाई गई। स्नेक कैचर ने घायल सांप को रेस्क्यू कर पशु चिकित्सालय पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने 20 टांके लगाकर उसकी जान बचाई।

Rajasthan News: जस्थान के अजमेर जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है जो न सिर्फ दिल को छूने वाली है, बल्कि मानवता और पशु सेवा की सच्ची तस्वीर भी पेश करती है। अजमेर के माखुपुरा गांव में घायल अवस्था में पाए गए एक जहरीले ब्लैक कोबरा की सफल सर्जरी कर उसकी जान बचाई गई।

यह घटना तब सामने आई जब स्नेक कैचर नरेश कुमार को गांव के पास एक बुरी तरह घायल काले कोबरा की सूचना मिली। बिना देरी किए, नरेश ने सांप को सुरक्षित रेस्क्यू किया और उसे जिले के शास्त्री नगर स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय पहुंचाया।

कटे हिस्से को जोड़ने के लिए लगाएं 20 टांके

यहां सांप विशेषज्ञ डॉ. मयंक और उनकी टीम ने गंभीर रूप से जख्मी कोबरा की जांच की। सांप के शरीर में कई कटाव और गहरी चोटें थीं। डॉक्टरों ने पहले घाव को साफ किया और फिर कटे हुए हिस्से को जोड़ने के लिए लगभग 20 टांके लगाए। पूरी प्रक्रिया बेहद जोखिम भरी थी, लेकिन टीम ने हिम्मत और दक्षता के साथ इसे पूरा किया।

सर्जनी करना कठिन काम था

सर्जरी के बाद कोबरा को विशेष देखरेख में रखा गया और इलाज के कुछ समय बाद उसे प्राकृतिक वातावरण में वापस छोड़ दिया गया। डॉक्टर मयंक ने बताया कि यह सर्जरी इसलिए खास थी क्योंकि एक जहरीले सांप को बेहोश कर इतने लंबे समय तक स्थिर रखना बेहद कठिन होता है।

इंसानियत जिंदा है

स्नेक कैचर नरेश कुमार ने बताया कि मानसून के मौसम में सांप अक्सर रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं। लेकिन इंसानों से ज्यादा, अक्सर ये सांप खुद डरे हुए होते हैं। ऐसे में रेस्क्यू कर उन्हें जंगल में छोड़ना ही सबसे सुरक्षित विकल्प होता है। इस घटना ने साबित कर दिया कि इंसानियत की हदें सिर्फ इंसानों तक नहीं रुकतीं। एक जहरीले सांप के लिए जान जोखिम में डालकर उसे जीवनदान देना निस्संदेह एक प्रेरणादायक कदम है।