Rajasthan ACB Raid : राजस्थान से भ्रष्टाचार का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक मामूली से ट्रांसपोर्ट निरीक्षक की काली कमाई से की आय ने होश उड़ा दिए, जब जालोर, सिरोही, जोधपुर में ACB ने छापेमारी की की तो करोड़ों का खजाना मिला।
Rajasthan News: राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने ट्रांसपोर्ट विभाग में कार्यरत एक सामान्य निरीक्षक पर कार्रवाई कर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। नाम है सुजानराम चौधरी, जिनकी संपत्ति देखकर जांच अधिकारी तक हैरान रह गए। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि चौधरी की संपत्ति उनकी वैध आय से 201% ज्यादा है।
बेशकीमती जमीनों और करोड़ों का काला चिट्ठा खुला
ACB की टीम ने जब उनके ठिकानों पर छापे मारे, तो आलीशान मकानों, बेशकीमती जमीनों और करोड़ों के लेन-देन का काला चिट्ठा खुल गया। रिपोर्ट के अनुसार, चौधरी ने राजस्थान ट्रांसपोर्ट सेवा में रहते हुए बड़ी मात्रा में अघोषित संपत्ति अर्जित की है।
जालोर, सिरोही, जोधपुर तक फैला करोड़ों का नेटवर्क
- जालोर में दो आलीशान मकान
- आबू रोड में Takhra योजना में मकान संख्या 36
- जोधपुर की पावटा हाउसिंग स्कीम में प्लॉट
- सिरोही जिला परिवहन कार्यालय में प्रमुख पदों पर वर्षों से कार्यरत
इन सबके अतिरिक्त कई बैंकों में नकद जमा, ज्वेलरी और लेन-देन की जानकारी भी सामने आई है। जांच में पता चला है कि अधिकारी के नाम पर या परिवारजनों के नाम पर जालोर, सिरोही, जोधपुर, आबू रोड सहित 15 से ज्यादा स्थानों पर प्लॉट, दुकानें, कृषि भूमि और आवासीय मकान हैं।
इतनी बड़ी संपत्ति, लेकिन है मामूली पद
चौधरी का पद एक सामान्य निरीक्षक का है, लेकिन उनके पास जितनी संपत्ति मिली है, वह किसी बड़े उद्योगपति से कम नहीं लगती। यही कारण है कि ACB अब संपत्ति के स्रोतों की जांच में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर इतनी बड़ी रकम कहां से आई।
ACB की टीम ने क्या कहा?
अनुसंधान अधिकारी खींव सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ACB, पाली यूनिट) ने बताया कि प्रारंभिक जांच के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। अब इस मामले में एफआईआर के बाद सभी आय से अधिक संपत्तियों की कानूनी प्रक्रिया के तहत जांच की जाएगी