सार
Pradhan Mantri Awas Yojana : राजस्थान के लोगों के लिए खुशखबरी है, अब गरीब लोग भी पक्के मकान में रहेंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 5 लाख आवास स्वीकृत हो चुके हैं।
जयपुर. Good news for Rajasthan people : राजस्थान में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत ग्रामीण आवासों की स्वीकृति प्रक्रिया में बांसवाड़ा जिला सबसे आगे निकलकर सामने आया है। राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2024-25 में तय किए गए 5 लाख 4712 आवासों के लक्ष्य के मुकाबले अब तक 4 लाख 97 हजार 778 आवास स्वीकृत हो चुके हैं। इनमें से अधिकांश लाभार्थियों को पहली किश्त भी ट्रांसफर कर दी गई है।
पूरे राजस्थान में बांसवाड़ा ने क्यों मारी बाज़ी
- बांसवाड़ा जिले को 38843 आवासों का लक्ष्य मिला था, जिसमें से 38679 आवास स्वीकृत हो चुके हैं। अब केवल 164 मंजूरियां शेष हैं। जिला कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत सिंह यादव की अगुवाई में कंट्रोल रूम से लगातार मॉनीटरिंग की गई। खुद कलेक्टर ने लाभार्थियों से बात की, प्रगति रिपोर्ट ली और पंचायत से लेकर जिला परिषद तक के सिस्टम को सक्रिय बनाए रखा।
- सीईओ जिला परिषद गोपाललाल स्वर्णकार ने बताया कि शुरुआत में 18 हजार का लक्ष्य था, जिसे बीच वित्तीय वर्ष में बढ़ाकर 38 हजार कर दिया गया। इसके बावजूद ज़िले ने समय रहते लक्ष्य के नज़दीक पहुंचकर राज्य में पहला स्थान हासिल कर लिया।
पाली, डीग, भरतपुर भी रहे अव्वल
ये जिले भी रहे अव्वल पाली, डीग, भरतपुर और दूदू जैसे जिलों ने 100% लक्ष्य पूरा कर मिसाल पेश की है। वहीं, कोटा जिले में 2470 आवास अब तक स्वीकृत नहीं हो पाए, जिससे यह जिला सबसे पीछे रह गया।
48 जिलों में पीएम आवास योजना
राज्य की कुल स्थिति प्रदेश के 48 जिलों में पीएम आवास योजना चल रही है। अधिकतर जिलों ने 90% से ज्यादा लक्ष्य पूरे कर लिए हैं। डूंगरपुर, उदयपुर, प्रतापगढ़ जैसे आदिवासी बहुल जिलों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है।
बांसवाड़ा की सफलता की कहानी
बांसवाड़ा की सफलता की सबसे बड़ी वजह ज़मीनी स्तर पर मजबूत मॉनीटरिंग रही। पंचायत सचिवों से लेकर उच्च अधिकारियों तक सभी ने जिम्मेदारी निभाई। योजना में पारदर्शिता और तकनीकी दिक्कतों को भी त्वरित समाधान दिया गया।