सार

नागौर जिले में पुलिस ने अवैध अफीम की खेती पकड़ी और 20,000 पौधे जब्त किए। आरोपी किसान को गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस तस्करी के नेटवर्क की जांच कर रही है।

 राजस्थान। नागौर जिले के डीडवाना-कुचामन जिले में मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत मौलासर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध अफीम की खेती को नष्ट किया और आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक श्री हनुमान प्रसाद के निर्देशन में 3 जनवरी 2025 से 31 जनवरी 2025 तक यह अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत यह बड़ी सफलता हाथ लगी है।

गोपनीय सूचना पर हुई कार्रवाई

मौलासर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि आसलसर गांव में एक किसान अपने खेत में अवैध रूप से अफीम की खेती कर रहा है। इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए खेत में दबिश दी। मौके पर जाकर देखा गया तो खेत में करीब 2400 वर्गफुट में अफीम की फसल उगाई जा रही थी। पुलिस ने तुरंत खेत में खड़ी अवैध फसल को जब्त कर लिया।

20 हजार हरे अफीम के पौधे जब्त

पुलिस ने खेत से करीब 20,000 गीले हरे अफीम के पौधे जब्त किए। इन पौधों की तस्करी से भारी मात्रा में मादक पदार्थ तैयार किया जा सकता था, जिससे समाज में नशे का प्रसार बढ़ सकता था। पुलिस ने इस कार्रवाई के तहत खेत के मालिक मानाराम को गिरफ्तार कर लिया, जो आसलसर गांव का निवासी है।

अभियुक्त के खिलाफ सख्त कार्रवाई

गिरफ्तार किए गए अभियुक्त के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि अभियुक्त का किसी बड़े तस्कर गिरोह से कोई संबंध तो नहीं है। इसके अलावा, यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह कब से इस अवैध धंधे में लिप्त था।

नशे के खिलाफ पुलिस की सख्ती जारी

मादक पदार्थों की अवैध तस्करी और खेती पर नकेल कसने के लिए पुलिस प्रशासन लगातार सख्त कार्रवाई कर रहा है। पुलिस अधीक्षक श्री हनुमान प्रसाद ने स्पष्ट किया कि जिले में अवैध नशे के कारोबार को किसी भी कीमत पर पनपने नहीं दिया जाएगा। पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि समाज को नशे के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके।