सार
nitrogen gas leaked in a factory beawar : राजस्थान के ब्यावर में बड़ा हादसा हो गया। यहां एक फैक्ट्री में नाइट्रोजन गैस लीक होने से हड़कंप मच गया है। फैक्ट्री मालिक भी मौत हो गई।
ब्यावर, राजस्थान के ब्यावर में सोमवार रात एक तेजाब फैक्ट्री में नाइट्रोजन गैस रिसाव की घटना से अफरा-तफरी मच गई। गैस लीक होने से फैक्ट्री मालिक सुनील सिंघल की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक लोग प्रभावित हुए। प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रभावित लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया और फैक्ट्री को सीज करने के आदेश जारी किए।
कैसे हुई ब्यावर फैक्ट्री में नाइट्रोजन गैस लीक
यह घटना ब्यावर के बाड़िया क्षेत्र स्थित एक रसायन फैक्ट्री में रात करीब 10 बजे हुई। जानकारी के मुताबिक, फैक्ट्री के गोदाम में खड़े एक टैंकर से नाइट्रोजन गैस का रिसाव हो गया। रिसाव इतनी तेजी से हुआ कि कुछ ही मिनटों में गैस पूरे इलाके में फैल गई। आसपास के लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी, आंखों में जलन महसूस हुई और कई लोग अचेत हो गए।
फैक्ट्री मालिक सुनील सिंघल की गैस रिसाव से मौत
फैक्ट्री मालिक सुनील सिंघल ने गैस रिसाव को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन लगातार गैस के संपर्क में रहने से उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत अजमेर के जेएलएन अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
कई पालतू और आवारा पशुओं भी मारे गए
गैस रिसाव से 60 से अधिक लोग प्रभावित हुए, जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। प्रशासन ने तत्काल एंबुलेंस की व्यवस्था कर प्रभावित लोगों को सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया। कई पालतू और आवारा पशुओं की भी इस गैस की चपेट में आने से मौत हो गई।
ब्यावर प्रशासन ने उठाए सख्त कदम
सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और रात 11 बजे तक गैस रिसाव पर काबू पा लिया गया। एहतियातन पूरे इलाके को खाली करवा दिया गया और प्रभावित क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी गई है।
ब्यावर फैक्ट्री सीज, जांच के आदेश
जिला कलेक्टर डॉ. महेंद्र खड़गावत ने घटना को गंभीरता से लेते हुए फैक्ट्री को सीज करने और सुरक्षा मानकों की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इलाके में दहशत का माहौल
हालांकि प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में बताया है, लेकिन स्थानीय लोगों में अब भी डर का माहौल बना हुआ है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम लागू किए जाएंगे और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।