सार

साल के पहले महीने में राजस्थान के कोटा में नीट की तैयारी कर रहे 18 साल के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

राजस्थान में एजुकेशन सिटी कोटा में सुसाइड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाल ही में साल के शुरुआती दिनों में सुसाइड के दो मामले सामने आए थे। अभी जनवरी महीना आधा भी नहीं बीता कि यहां एक और स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। नीट की तैयारी कर रहे 18 साल के छात्र ने फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।

उड़ीसा का रहने वाला था छात्र

छात्र मूल रूप से उड़ीसा का रहने वाला था और कोटा के विज्ञान नगर इलाके में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। स्टूडेंट के सुसाइड की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव को मोर्चरी में रखवाया गया है। पुलिस ने परिजनों को भी सूचना दे दी है। परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम करवाकर शव सौंप दिया जाएगा।

सुसाइड का तीसरा मामला

बता दें कि इस साल में सुसाइड का यह तीसरा मामला है। इससे पहले 8 जनवरी को हरियाणा निवासी नीरज और 9 जनवरी को अभिषेक निवासी मध्य प्रदेश ने सुसाइड कर लिया था। दोनों ही यहां इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे थे। इनमें से अभिषेक के कमरे में तो सुसाइड नोट भी मिला था जिसमें उसने जिक्र किया था कि वह मेहनत के बावजूद परीक्षा में पास नहीं हो सका।

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लाखों करने आते हैं कोटा

बता दें कि कोटा में वर्तमान में लाखों की संख्या में स्टूडेंट तैयारी करने के लिए आते हैं। लेकिन अब लगातार कोटा में हो रहे सुसाइड के बाद परिजन यहां अपने बच्चों को तैयारी के लिए भेजने से कतराने लगे हैं। वह कोटा की बजाय दूसरे शहरों की तरफ बच्चों को पढ़ने के लिए भेज रहे हैं।

एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कोटा में पढ़ाई का माहौल भले ही बेहतरीन हो लेकिन आवास,भोजन जैसी मूलभूत सुविधाएं ठीक नहीं मिलने पर यहां स्टूडेंट खुद को तनाव में महसूस करने लगते हैं। इसके बाद उन्हें यहां पर परिवारिक माहौल नहीं मिल पाता है। जिसके चलते वह खुद को अकेला मानते हैं और तनाव में आकर सुसाइड जैसा कदम उठा लेते हैं।