सार

कोटा में मुकंदरा टाइगर रिजर्व के नीचे बन रही 1200 करोड़ की 8 लेन टनल की खुदाई पूरी। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए बनाई गई यह टनल दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को कोटा से जोड़ेगी।

कोटा. राजस्थान के कोटा जिले में मुकंदरा टाइगर रिजर्व के नीचे बनाई जा रही टनल की खुदाई पूरी हो गई है। शुक्रवार को जैसे ही टनल के दोनों छोर आपस में जुड़े, वहां मौजूद इंजीनियरों और श्रमिकों में खुशी की लहर दौड़ गई। ब्रेकथ्रू के इस ऐतिहासिक क्षण को जश्न के रूप में मनाया गया, जिसमें लोगों ने तालियां बजाई, नारे लगाए और उत्साह के साथ जश्न मनाया।

कोटा की यह सुरंग देश की पहली 8 लेन टनल

करीब 1200 करोड़ रुपये की लागत से बन रही यह टनल देश की पहली 8.लेन टनल होगी। इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि मुकंदरा टाइगर रिजर्व के वन्यजीवों को कोई नुकसान या परेशानी न हो। इस टनल में साउंड प्रूफ और वाटर प्रूफ तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जिससे वाहनों का शोर जंगल में न जाए और जानवरों को किसी तरह की परेशानी न हो।

ऑस्ट्रेलिया तकनीक से बन रही कोटा 8 लाइन टनल

यह टनल ऑस्ट्रेलिया की आधुनिक तकनीक से बनाई जा रही है और इसमें सेंसर से लैस ग्रीन कॉरिडोर होगा। इससे न सिर्फ यात्रियों को सुगम मार्ग मिलेगाए बल्कि वन्यजीवों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। इस टनल के पूरा होने के बाद दिल्ली.मुंबई एक्सप्रेसवे से कोटा को सीधा जोड़ा जाएगा। दिल्ली.मुंबई एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1350 किलोमीटर है, जिससे दिल्ली से मुंबई की यात्रा मात्र 12 घंटे में पूरी की जा सकेगी।

 मील का पत्थर साबित होगी यह टनल

साल 2025 के अंत तक पूरा होगा टनल का काम टनल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और अनुमान है कि यह साल 2025 के अंत तक पूरी तरह तैयार हो जाएगी। कोटा के गोपालपुरा माता मंदिर से लेकर चेचट तक हाईवे का काम पहले से ही प्रगति पर है। टनल का पूरा हो जाना इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।

क्या हैं कोटा की 8 लाइन टनल के फायदे... 

  • दिल्ली.मुंबई एक्सप्रेसवे से कोटा का सीधा जुड़ाव होगा। 
  • मुकंदरा टाइगर रिजर्व के वन्यजीवों को कोई नुकसान नहीं होगा। 
  •  यात्रा का समय कम होगा और लोगों को बेहतर सुविधा मिलेगी। 
  • अत्याधुनिक तकनीक से बनी यह टनल पर्यावरण के अनुकूल होगी।-
  •  टनल ब्रेकथ्रू के साथ ही कोटा के विकास में एक और नया अध्याय जुड़ गया है, जिससे राजस्थान के लोगों को बड़े स्तर पर फायदा होगा।

यह भी पढ़ें-खाटू के भक्तों लिए शुरू महाकुंभ: पाकिस्तान-ऑस्ट्रेलिया और थाईलैंड में भी चमत्कार कर रहे खाटूश्याम