सार

Kumbh Mela 2025 में चर्चित हठ योगी रामगिरी महाराज 12 साल से एक हाथ उठाए तपस्या कर रहे हैं। गौहत्या बंद होने और भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित होने तक उनका संकल्प है। महाकुंभ में उनकी अनोखी तपस्या और यूट्यूबर से हुई घटना चर्चा में रही।

सिरोही. राजस्थान के सिरोही जिले के जावाल स्थित आश्रम के हठ योगी महंत रामगिरी महाराज इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। हाल ही में प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में उनके साथ हुई एक घटना ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया। दरअसल, एक यूट्यूबर के अजीबोगरीब सवाल पूछने पर उन्होंने गुस्से में आकर उसे चिमटे से पीट दिया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे वे इंटरनेट पर काफी चर्चित हो गए।

12 वर्षों से एक हाथ उठाए हैं रामगिरी महाराज

महंत रामगिरी महाराज की पहचान केवल इस घटना से नहीं जुड़ी, बल्कि वे अपनी कठोर तपस्या के लिए जाने जाते हैं। वे पिछले 12 वर्षों से अपना एक हाथ ऊपर उठाए हुए हैं, जो एक असाधारण योग साधना मानी जाती है। इस कठिन तपस्या के पीछे उनका एक दृढ़ संकल्प है। उनका कहना है कि जब तक गौ हत्या बंद नहीं होगी और भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं किया जाएगा, तब तक वे अपना हाथ नीचे नहीं करेंगे। उनकी इस प्रतिज्ञा के कारण उनका हाथ अब बेहद कमजोर और काला पड़ चुका है।

महाकुंभ में विशेष भागीदारी

महाकुंभ में महंत रामगिरी महाराज ने अन्य साधु-संतों के साथ शाही स्नान और योग साधना की। उन्होंने कहा कि यह 144 वर्षों बाद आया महाकुंभ उनके लिए एक विशेष अवसर था। इस दौरान उन्होंने समाज के लोगों से अपील की कि वे सनातन धर्म की रक्षा करें और नशामुक्त जीवन अपनाएं।

सनातन धर्म के प्रचार में अग्रणी

रामगिरी महाराज अपने अनुयायियों को गौ सेवा, नारी सम्मान और सनातन धर्म के प्रचार के लिए प्रेरित करते हैं। वे कहते हैं कि नशे के कारण समाज बर्बाद हो रहा है, इसलिए सभी को शराब, अफीम और सिगरेट जैसी बुरी आदतों को त्यागकर धर्म की सेवा करनी चाहिए। उनका यह संदेश अब लोगों तक तेजी से पहुंच रहा है। महंत रामगिरी महाराज का यह अनोखा तप और दृढ़ संकल्प उन्हें एक विशेष पहचान दिला रहा है।

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