अंबानी बहुओं से लेकर B-Town दुल्हनों तक…सबको दीवाना बना रही है इस शहर की मेंहदी!
Latest Bridal Mehndi Design 2025 : शादी का सीजन चल रहा है। हर दुल्हन चाहती है उसकी हथेलियों में ऐसी मेहंदी रचे जिसका रंग एकदम सुर्ख लाल हो। साथ ही किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट ना हो। राजस्थान की सोजत मेहंदी इसी के लिए देश-विदेश में मशहूर है।
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विदेशों तक इस मेहंदी की डिमांड
राजस्थान की मेहंदी पूरे भारत और विदेशों में अपनी खासियत के लिए जानी जाती है। खासकर पाली जिले के सोजत की मेहंदी तो देश-विदेश में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। जिसे अंबानी परिवार की बहु-बेटी से लेकर बॉलीवुड एक्ट्रेस तक अपनी हथेलियों में रचा चुकी हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इस मेहंदी में ऐसा क्या है, जिसकी इतनी डिमांड है।
गहराई और शुद्धता की सबसे बड़ी खासियत
राजस्थान की मेहंदी की खासियत इसकी प्राकृतिकता और अनुकूल जलवायु में छुपी है। यहाँ की मिट्टी और मौसम मेहंदी के पौधे के लिए बेहद अनुकूल होते हैं, जिससे इस क्षेत्र में उगाई गई मेहंदी में रंगों की गहराई और शुद्धता बनी रहती है।
15,000 से 20,000 होता उत्पादन
सोजत समेत राजस्थान के कई हिस्सों में हर साल लगभग 15,000 से 20,000 क्विंटल मेहंदी का उत्पादन होता है। इस मेहंदी की मांग न केवल देश के अंदर बल्कि विदेशों में भी भारी है। सोजत की मेहंदी के दाम बाजार में औसतन 400 से 600 रुपये प्रति किलो के बीच होते हैं, जो इसकी गुणवत्ता और प्राकृतिकता के कारण अन्य राज्यों की मेहंदी से कहीं अधिक होते हैं।
यूरोप, अमेरिका और अफ्रीका के देशों तक जाती
राजस्थान की मेहंदी का निर्यात मुख्यतः मध्य पूर्व, यूरोप, अमेरिका और अफ्रीका के देशों में होता है। यहाँ की मेहंदी का रंग और टिकाऊपन इसे वैश्विक बाजार में पसंदीदा बनाता है। इसके निर्यात से राज्य के किसानों और व्यापारियों को भारी आर्थिक लाभ होता है, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है।
त्वचा के लिए पूरी तरह सुरक्षित यह मेहंदी
इस मेहंदी की खेती पारंपरिक और जैविक तरीकों से होती है, जिससे न केवल इसका रंग गहरा होता है बल्कि यह त्वचा के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित होती है। इसी वजह से राजस्थान की मेहंदी देश-विदेश में सबसे खास और मांग वाली बनी हुई है।
सोजत मेहंदी का कारोबार करोड़ों में...
पाली जिले का सोजत क्षेत्र मेहंदी की खेती और व्यापार का केंद्र है, जहां से सालाना करोड़ों रुपये का कारोबार होता है और जो राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए रोजगार का बड़ा स्रोत है।
राजस्थान की मेहंदी की खासियत
इस तरह राजस्थान की मेहंदी की चमक, खुशबू और रंग इसकी प्राकृतिक खेती, अनुकूल जलवायु, पारंपरिक तकनीक और वैश्विक मांग का नतीजा है, जो इसे देश के हर कोने में और विदेशों में भी खास बनाता है।