सार
kota student suicide news : कोटा में एक और NEET अभ्यर्थी ने आत्महत्या कर ली। 15 दिन पहले ही तैयारी के लिए आया था बिहार का छात्र। प्रशासन के दावों की पोल खोलती घटना।
कोटा. kota news : राजस्थान की शिक्षानगरी कोटा में स्टूडेंट्स के सुसाइड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन दुखद खबरें सुनने को मिल रही हैं। अब यहां एक और 16 साल के नाबालिग छात्र ने मौत को गले लगा लिया है। हालांकि मौके से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। बता दें कि मृतक करीब 15 दिन पहले ही कोटा में नीट कोचिंग की तैयारी करने के लिए आया था।
बेटे को करियर बनाने कोटा भेजा था…
मृतक छात्र का नाम का इकबाल है। जो मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। परिवार के लोग15 दिन पहले उसे कोटा में सेटल करके घर लौटे थे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि वह उसे कोटा फ्यूचर बनाने के लिए भेज रहे हैं या फिर मौत के लिए। कोटा में। बताया जाता है कि मरने से पहले छात्र की 27 अप्रैल को अपने चाचा से बात हुई तो उसने कहा कि वह ठीक है और अभी पढ़ाई कर रहा है। इसके बाद इकबाल ने पंखे से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।
इस महीने में कोटा में ये चौथा सुसाइड
स्टूडेंट कोटा में एक पीजी में रहता था। अभी तक पता नहीं चल पाया है कि आखिर किस वजह से तनाव में आकर स्टूडेंट ने सुसाइड किया है। बता दें कि इस महीने में अब तक कोटा में चार सुसाइड हो चुके हैं। इससे पहले 22 अप्रैल को 18 साल के लड़के ने सुसाइड किया था। वहीं इस साल 4 महीने में ही कोटा में 13 सुसाइड हो चुके हैं। कई स्टूडेंट्स के पास सुसाइड नोट भी मिले। जिसमें पढ़ाई की वजह से तनाव में आकर कुछ स्टूडेंट ने सुसाइड किया।
कोटा प्रशासन की सख्ती के बाद भी नहीं थम रहे मामले
लगातार हो रही मौत के बाद सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि कोटा में जिला प्रशासन ने सभी हॉस्टल्स और पीजी संचालकों को निर्देशित किया है कि वह अपने कमरों में एंटी हैंगिंग डिवाइस लगवाएं। लेकिन इसके बावजूद भी इसका कोई सख्ती से पालन नहीं करता है। इसके अतिरिक्त कोटा में जिला प्रशासन के द्वारा समय-समय पर कोचिंग में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की सुरक्षा के लिए समय-समय पर मीटिंग भी की जाती है। लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं होता।