सार
जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजधानी जयपुर की सबसे बड़ी परेशानी से निपटने के लिए 2019 बैच के आईपीएस शाहीन को चुना है । शाहीन सी केरल के रहने वाले हैं। सीधे भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में चयनित होकर राजस्थान कैडर में नियुक्त होने वाले पहले मुस्लिम अधिकारी बन गए हैं। कल देर रात ही राजस्थान के कई प्रशासनिक अधिकारियों का तबादला किया गया है । उनमें शाहीन भी शामिल है ।वह फिलहाल राजस्थान के सीकर जिले में प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी थे। अब उन्हें राजधानी जयपुर में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है । यह जिम्मेदारी इसलिए भी बड़ी है क्योंकि शाहीन राजस्थान के बेहद कम मुस्लिम अधिकारियों में शामिल है।
राजस्थान में मुस्लिम अधिकारियों की भूमिका
राजस्थान पुलिस में अब तक मुस्लिम समुदाय से आने वाले अधिकतर अधिकारी विभागीय पदोन्नति के माध्यम से भारतीय पुलिस सेवा (IPS) तक पहुंचे हैं। इनमें फिरोज अहमद सिंधी, मुराद अली अबरा, लियाकत अली खा, निसार अहमद फारुकी, कुंवर सरवर खान, हैदर अली जैदी और अरशद अली जैसे अधिकारी शामिल हैं, जिन्होंने राजस्थान पुलिस में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सलाउद्दीन पहले ऐसे मुस्लिम अधिकारी जो मुख्य सचिव बने
शाहीन.सी पहले ऐसे अधिकारी हैं जो सीधा यूपीएससी परीक्षा के माध्यम से चयनित होकर राजस्थान कैडर में पदस्थापित हो रहे हैं। इससे पहले भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में सलाउद्दीन अहमद पहले ऐसे मुस्लिम अधिकारी थे, जिन्होंने राजस्थान में मुख्य सचिव पद तक अपनी सेवा दी।
सबसे बड़ी चुनौती अगले महीने होने वाला आईफा अवार्ड
आईपीएस शाहीन की जिम्मेदारी इसलिए भी बड़ी है क्योंकि राजधानी जयपुर का ट्रैफिक संभालता बेहद कठिन काम है । इस काम में प्रशासनिक सेवा के 10 से ज्यादा अधिकारी शामिल है । उसके बावजूद भी वाहनों को काबू करना संभव नहीं है । शाहीन से पहले आईपीएस सागर राणा को डीसीपी ट्रैफिक जयपुर बनाया गया था लेकिन यातायात समस्या का समाधान नहीं निकल सका। शाहीन की सबसे बड़ी चुनौती अगले महीने होने वाला आईफा अवार्ड है। जो पहली बार राजस्थान के जयपुर में हो रहा है।
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