सार
करौली. जिले में साइबर अपराधों पर नकेल कसते हुए पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। साइबर शील्ड अभियान के तहत पुलिस ने अब तक 92 लाख रुपये मूल्य के 458 मोबाइल बरामद किए हैं। पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई, जिसमें महज जनवरी महीने में ही 140 मोबाइल बरामद कर पीड़ितों को सौंपे गए हैं।
साइबर ठगी के खिलाफ सख्त कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अब तक 233 मोबाइल नंबरों और 1138 IMEI नंबरों को बंद कराया गया है, जिससे साइबर अपराधियों की गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सके। इसके अलावा, 1930 पोर्टल पर प्राप्त हो रही शिकायतों का त्वरित निस्तारण करते हुए पुलिस ने 65 लाख रुपये होल्ड करवाए, जिनमें से 30 लाख रुपये सीधे पीड़ितों को लौटाए गए हैं।
ठगों पर कसा शिकंजा
करौली पुलिस ने साइबर अपराधों में लिप्त 33 ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इनके पास से 52 सिम कार्ड, एक लैपटॉप, दो कारें, दो मोटरसाइकिल, तीन आधार कार्ड और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है। इस कार्रवाई से ठगी के कई मामलों पर रोक लगाने में सफलता मिली है।
जनवरी में 140 मोबाइल किए बरामद
साइबर अपराधों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने जनवरी महीने में ही CEIR पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के आधार पर 140 मोबाइल बरामद किए और पीड़ितों को लौटाए। पूरे अभियान के दौरान कुल 458 मोबाइल फोन ट्रेस किए गए, जिनकी अनुमानित कीमत 92 लाख रुपये है।
पीड़ितों को राहत, पुलिस की अपील
पुलिस अधीक्षक उपाध्याय ने बताया कि साइबर ठगी से बचने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध कॉल या लिंक पर क्लिक न करें और किसी को भी अपने बैंकिंग या निजी जानकारी साझा न करें। साथ ही, किसी भी साइबर अपराध की जानकारी होने पर तुरंत पुलिस या 1930 पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं। करौली पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से साइबर अपराधियों में हड़कंप मच गया है और आम नागरिकों को बड़ी राहत मिली है।