Jodhpur News : जोधपुर में ब्रेन डेड पति के अंगदान से कई जिंदगियां रोशन, पत्नी के साहसिक फैसले ने सबको भावुक किया। एम्स जोधपुर में हुआ सातवां अंगदान, दिल अहमदाबाद भेजा गया।

Jodhpur News : जोधपुर शहर के लिए शुक्रवार का दिन भावुक कर देने वाला रहा, जब विवेक विहार निवासी 41 वर्षीय विमल कुमार के ब्रेन डेड होने के बाद उनके परिवार ने अंगदान का साहसिक निर्णय लिया। विमल की पत्नी मधु पाल, बेटी और छोटे भाई अनुराग ने दुःख की इस घड़ी में मानवता की मिसाल कायम करते हुए उनके अंगदान की सहमति दी। विमल कुमार एक निजी कंपनी में कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। वे लंबे समय से क्रॉनिक किडनी डिजीज से पीड़ित थे और फरवरी 2025 से नियमित हीमोडायलिसिस पर थे। 8 जून को अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एम्स जोधपुर की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया, जहां सीटी स्कैन में मस्तिष्क में रक्तस्राव पाया गया। उपचार के तमाम प्रयासों के बावजूद 18 जून को उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया।

अहमदाबाद से जोधपुर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया

विमल का दिल अहमदाबाद के सिम्स मारेंगो अस्पताल भेजा गया, जिसके लिए जोधपुर एयरपोर्ट तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। उनका लिवर बाड़मेर निवासी एक युवक को ट्रांसप्लांट किया गया, जबकि दोनों कॉर्निया एम्स जोधपुर में संग्रहित कर लिए गए, ताकि नेत्रहीनों को रोशनी मिल सके।

अब किसी और के जीवन में धड़केंगे पति

  • विमल की पत्नी मधु पाल ने कहा, "हमने अपने प्रिय को खोया जरूर है, लेकिन उनके अंग अब किसी और के जीवन में धड़केंगे। यह निर्णय हमारे लिए कठिन था, पर हमें संतोष है कि हम दूसरों की जिंदगी बचाने में योगदान दे सके।"
  • यह एम्स जोधपुर में अब तक का सातवां और हृदय का तीसरा सफल अंगदान है। इस प्रक्रिया में डॉ. गोवर्धन दत्त पुरी, डॉ. शिवचरण, डॉ. संधू समेत न्यूरोसर्जरी, एनस्थिसिया, रेडियोलॉजी और नर्सिंग टीम का अहम योगदान रहा।
  • विमल कुमार की यह अंतिम भेंट कई परिवारों के लिए एक नई सुबह बन गई। यह कहानी न केवल भावनात्मक है, बल्कि समाज को अंगदान जैसे महत्वपूर्ण विषय पर सोचने को भी मजबूर करती है।