सार

जालौर में हुए हादसे में भाई-बहन की मौत के बाद भी मामा ने शादी की रस्में पूरी करवाईं। परिजनों ने माता-पिता से यह दुखद खबर छुपाई रखी।

जालौर. राजस्थान के जालौर जिले में बुधवार को सड़क हादसा हुआ था। इस सड़क हादसे में 28 साल के तुलाराम और उसकी 25 साल की बहन पूजा की मौत हो गई। दोनों अपने ममेरे भाई की शादी में शामिल होने के लिए भैंसवाड़ा जा रहे थे। लेकिन क्या आप जानते हैं इन दो सगे भाई बहनों की मौत के बाद परिजनों ने सब कुछ नॉर्मल रखा।

यहां रखीं थीं भाई-बहन की लाशें और 7 फेरे ले रहे थे भैया-भाभी

माता और पिता के अलावा अन्यपरिजनों ने शादी समारोह वाले घर में यह बात किसी को भी नहीं बताई कि शादी में आ रहे भांजी और भांजे की मौत हो चुकी है। परिवार के लिए शादी टालना भी आसान नहीं था। दोनों मृतकों के मामा किशोर गहलोत ने बताया कि तुलसाराम चार मामाओं का इकलौता भांजा था। उसकी मौत के बाद परिवार के कुछ लोगों को पता चल चुका था लेकिन यह बात सभी को नहीं बताई।

सादगी से भावेश के फेरे, नहीं की गई कोई फॉर्मेलिटी

एकदम सादगी से भावेश के फेरे करवाए गए। किसी भी तरह की कोई फॉर्मेलिटी नहीं की गई। अगले दिन दोनों भाई बहन का अंतिम संस्कार किया गया। मामा किशोर गहलोत ने बताया कि भांजी और भांजे की मौत का पता उन्हें घटना वाले दिन ही लग चुका था। लेकिन तुलसाराम के माता और पिता शादी समारोह में आए हुए थे ऐसे में हम नहीं चाहते थे कि यह बात उन्हें पता लगे। जल्द से जल्द फेरे करवाकर दुल्हन को घर पर लाया गया। इसके बाद सभी मोर्चरी पहुंचे जहां से शवों को लेकर अंतिम संस्कार करवाया गया।

छुट्टी लेकर आया और बन गई जिंदगी की आखिरी छुट्टी 

आपको बता दें कि तुलसाराम गुजरात में एक फैंसी स्टोर पर काम करता था। जो अपने ममेरे भाई भावेश की शादी में शामिल होने के लिए छुट्टी लेकर आया था। लेकिन किसी को पता नहीं था कि यह उसकी आखिरी छुट्टी होगी और वह दुनिया से ही विदा ले लेगा...

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