सार

भारत-पाकिस्तान सीमा पर बंकर निर्माण को लेकर बढ़ा विवाद! जैसलमेर के पास मुनाबाओ क्षेत्र में पाकिस्तान ने जीरो लाइन से 150 मीटर दूर बंकर निर्माण शुरू किया, BSF ने जताया कड़ा विरोध। जानिए पूरी खबर और राजनयिक दबाव के बारे में।

जैसलमेर। भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मुनाबाओ के ठीक सामने पाकिस्तान द्वारा बंकर निर्माण को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। हाल ही में पाकिस्तान ने जीरो लाइन से महज 150 मीटर की दूरी पर एक बंकर बनाना शुरू किया, जिस पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया। कई फ्लैग मीटिंग के बाद पाकिस्तान ने इस निर्माण को रोकने का आश्वासन दिया, लेकिन अब उसी स्थान से 150 मीटर दूर एक और बंकर का निर्माण जारी है।

बंकर को टॉयलेट बताने पर अड़ा पाकिस्तान

पाकिस्तान अभी भी इस बंकर को लेकर अपना बचाव कर रहा है और इसे टॉयलेट बताने पर अड़ा हुआ है। हालांकि, भारत की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि यह अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है और इस तरह के निर्माण कार्यों की अनुमति नहीं दी जा सकती।

BSF ने तीन बार जताया विरोध

भारत की सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने इस मामले को लेकर तीन बार पाकिस्तान से फ्लैग मीटिंग की और बंकर निर्माण को लेकर सख्त आपत्ति दर्ज करवाई। इसके बावजूद, पाकिस्तान अपने दावे पर अड़ा हुआ है और इस निर्माण को टॉयलेट की संज्ञा दे रहा है।

150 मीटर दूरी पर जारी है निर्माण

हालांकि, पाकिस्तान ने जीरो लाइन के पास बंकर निर्माण को रोक दिया है, लेकिन उसने 150 मीटर दूर एक अन्य बंकर बनाना शुरू कर दिया है। यह निर्माण नियमों के विरुद्ध है, लेकिन पाकिस्तान इसे वैध बता रहा है और इसे टूरिस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़कर पेश कर रहा है।

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टूरिस्ट रेल के नाम पर हो रहे निर्माण

हाल ही में पाकिस्तान ने जीरो लाइन के पास मोरवी रेलवे स्टेशन तक एक टूरिस्ट ट्रेन चलाई थी। अब उसी बहाने से वहां नए निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। भारत का मानना है कि पाकिस्तान इन निर्माणों का इस्तेमाल रणनीतिक उद्देश्यों के लिए कर सकता है, जिससे सुरक्षा को खतरा हो सकता है।

पहले भी हुआ है विवाद

साल 2005 में जब थार एक्सप्रेस का संचालन शुरू हुआ था, तब पाकिस्तान ने जीरो लाइन के पास रेलवे स्टेशन बनाया था, जिस पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया था। भारत ने पाकिस्तान को सुझाव दिया था कि वह रेलवे स्टेशन को सीमा से कम से कम 1.5 किलोमीटर दूर बनाए, जैसे भारत ने मुनाबाओ में किया था। लेकिन पाकिस्तान ने तब भी भारत की सलाह को नजरअंदाज कर दिया था।

BSF का दबाव जारी, जल्द होगा हल

BSF लगातार पाकिस्तान पर राजनयिक दबाव बना रही है और इस अवैध निर्माण को लेकर बातचीत जारी है। BSF के डीआईजी राजकुमार बसाटा ने कहा कि भारत अपनी सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा और इस मुद्दे पर उचित कदम उठाए जाएंगे।

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