सार

Jaipur News : जयपुर में स्कूल वाहनों की जांच में कई ड्राइवर नशे में पाए गए। हजारों वाहनों की जांच हुई, कई के परमिट और लाइसेंस एक्सपायर मिले। अब ऐसे में बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

जयपुर, स्कूली बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जयपुर ट्रैफिक पुलिस ने अनफिट और नियमों का उल्लंघन करने वाली बाल वाहिनियों (स्कूली वाहनों) के खिलाफ 7 दिन तक सघन अभियान चलाया। इस दौरान 4,000 से अधिक वाहनों की जांच की गई, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए।

जयपुर में ड्राइवर शराब के नशे में चलाते हैं स्कूल की बस

जांच में पाया गया कि कई वाहनों के ड्राइवर शराब के नशे में थे, कुछ के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था, तो कुछ वाहनों के फिटनेस और परमिट भी एक्सपायर हो चुके थे। अभियान के तहत ट्रैफिक पुलिस ने कुल 1365 वाहनों पर यातायात नियमों के उल्लंघन के चलते चालान काटे, जबकि 9 गंभीर अनियमितता वाले वाहनों को जब्त कर लिया गया।

जयपुर पुलिस की सख्ती के निर्देश: पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसफ के निर्देश पर यह अभियान चलाया गया, जिसमें अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) योगेश दाधीच और डीसीपी ट्रैफिक शाहीन सी की टीम ने कार्रवाई की।

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मुख्य अनियमितताएँ:

  • ड्राइवर नशे में पाए गए
  • फिटनेस और परमिट एक्सपायर
  • ड्राइविंग लाइसेंस की वैधता समाप्त
  • अनिवार्य वर्दी का पालन नहीं

जयपुर में स्कूली बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं

पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी यह अभियान जारी रहेगा और स्कूली बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। नए ट्रैफिक DCP का कहना है यह जांच रेंडम डे पर की जाएगी। अगर कोई ड्राइवर नियम अनफॉलो करता मिला तो उसका लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है।

 

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