सार
holi 2025 : राजस्थान की होली में रंगों के कई रूप हैं! टेक्नो होली से लेकर पत्थर मार होली तक, हर जगह का अपना अलग अंदाज है। इस रंगीन सफर में शामिल होकर देखिए!
अजमेर, होली (holi 2025) प्यार और रंगों का त्यौहार है, इस दिन सभी एक दूसरे के गले लगकर रंग लगाते हैं और शुभकामनाएं देते हैं। माना जाता है इस फेस्टिवल पर दोस्त तो दोस्त दुश्मन भी सबकुछ भूलकर साथ होली खेलते हैं। बता दें कि इस बार का यह पर्व 14 मार्च को मनाया जा रहा है। वैसे तो पूरे देशभर में यह त्यौहार बड़ी ही धूमधाम से मानाया जाता है। लेकिन राजस्थान में कुछ ऐसी जगह हैं जहां होली को अपने ही अलग अंदाज में मनाया जाता है। तो आइए जानते हैं उन स्पॉट के बारे में जहां का सेलिब्रेशन करने विदेशी भी आते हैं।
1. पुष्कर की टेक्नो होली (Techno Holi of Pushkar) – जब रंगों से सराबोर होती हैं गलियां पुष्कर की होली का माहौल एकदम अलग होता है। यहां बाजार, घाट और मुख्य चौक टेक्नो होली का गवाह बनते हैं, जहां बॉलीवुड और इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक के साथ रंगों की बारिश होती है।
2. भरतपुर की ब्रज होली (Braj Holi of Bharatpur)– कृष्ण भक्ति और रंगों का संगम भरतपुर की ब्रज होली राधा-कृष्ण के प्रेम की याद दिलाती है। रासलीला और पारंपरिक नृत्य यहां के मुख्य आकर्षण होते हैं, जो इस उत्सव को खास बनाते हैं।
3. उदयपुर की शाही होली (Royal Holi of Udaipur) – राजघराने की परंपरा का अनोखा रंग उदयपुर में सिटी पैलेस के प्रांगण में महाराजा स्वयं होलिका दहन की अगुवाई करते हैं। इसके बाद, मिठाइयों और रंगों से सजी होली की शुरुआत होती है।
4. जोधपुर और जैसलमेर – महलों में रंगों की बरसात उम्मेद भवन जोधपुर और सोनार किला जैसलमेर में आयोजित होली उत्सव में लोग पारंपरिक संगीत के साथ रंगों का आनंद लेते हैं।
5. बीकानेर की डोलची होली (Dolchi Holi of Bikaner) – जब पानी से भीगे होली के रंग 300 साल पुरानी डोलची होली में पुरुष ऊंट की खाल से बनी डोलची में पानी भरकर एक-दूसरे पर डालते हैं, जो इस उत्सव को अनोखा बनाता है।
6. जयपुर की धुलंडी होली – जब राधा-कृष्ण की प्रेम गाथा रंगों में घुलती है जयपुर के सिटी पैलेस में शाही परिवार द्वारा आयोजित होली में हजारों लोग रंगों में सराबोर होकर इस पर्व का आनंद उठाते हैं।
7. अजमेर की गैर और माली होली (Ajmer's Gair and Mali Holi) – जब रंगों और नृत्य का संगम होता है गैर होली में 12 गांवों के लोग ढोल-नगाड़ों के साथ नाचते-गाते हैं, जबकि माली होली में पुरुष महिलाओं पर रंग डालते हैं और बदले में महिलाएं उन्हें कपड़ों या डंडों से मारती हैं।
8. कोड़ा मार होली – राजस्थान का लट्ठमार अंदाज गंगानगर, हनुमानगढ़, भीलवाड़ा और अजमेर में पुरुष रंग खेलते हैं और महिलाएं उन्हें कोड़ा (लकड़ी और रबर से बना उपकरण) से मारती हैं, जिससे यह होली अनोखी बनती है।
9. पत्थर मार होली – जब रंगों के साथ उड़ते हैं पत्थर बाड़मेर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और बारां में होली के दौरान लोग छोटे पत्थरों और रंगों से खेलते हैं, लेकिन सिर पर पगड़ी और ढाल से खुद को सुरक्षित रखते हैं।
10. चित्तौड़गढ़ की रंग तेरस – जब होली देरी से आती है चित्तौड़गढ़ में धुलंडी पर होली नहीं खेली जाती, बल्कि इसे रंग तेरस के दिन मनाया जाता है, क्योंकि इतिहास में इस दिन यहां के राजा का निधन हुआ था।
तो इस बार राजस्थान की होली का हिस्सा बनिए और इस रंगीन सफर का आनंद उठाइए!