सार
happy mother day 2025 : आज पूरी दुनिया में मदर्स डे सेलिब्रेट किया जा रहा है। इसी बीच राजसथान के सीकर में एक महिला को डबल खुशी मिली है। उसने 5 बार आईवीएफ फेल होने के बाद जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है।
सीकर। आधुनिक चिकित्सा ने एक बार फिर चमत्कार कर दिखाया है। शहर के एक निजी अस्पताल में लंबे समय से संतान सुख से वंचित एक दंपती को जुड़वा बच्चों की खुशखबरी मिली है। खास बात यह है कि यह महिला इससे पहले देश के एक बड़े आईवीएफ सेंटर में 5 बार विफल प्रयास कर चुकी थीं, लेकिन सीकर में पहले ही प्रयास में यह चमत्कार हो गया।
कई सीरियस बीमारियां होने के बाद भी डॉक्टरों ने नहीं मानी हार
यह सफलता मिली है डॉ. Sunita और उनकी टीम को, जिनके कुशल मार्गदर्शन में यह इलाज संभव हो पाया। महिला को पहले से कई गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं थीं—जैसे वेजाइनल एजेनेसिस (गर्भनाल की संरचनात्मक कमी), हाइड्रोसैलपिन्स (फैलोपियन ट्यूब्स में सूजन) और डर्मॉइड सिस्ट (असामान्य गांठ)। इन सब के बावजूद डॉक्टरों ने हिम्मत नहीं हारी और महिला को IVF प्रक्रिया के जरिए मां बनने में सफल बनाया।
मदर्स डे पर एक बेटे और एक बेटी का जन्म
एक बेटे और एक बेटी का जन्म, और दोनों ही स्वस्थ हैं। साथ ही मां की तबीयत भी सामान्य है। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चों का जन्म वजन और स्वास्थ्य के लिहाज से संतोषजनक स्थिति में हुआ है, हालांकि कुछ दिन तक मां और बच्चों को निगरानी में रखा जाएगा ताकि पूरी तरह से स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जा सके।
सीकर के लिए गर्व की बात
डॉ. ने बताया कि यह मामला इसलिए भी खास है क्योंकि यह महिला पहले पांच बार IVF की विफलता झेल चुकी थी और मानसिक रूप से टूट चुकी थी। ऐसे में सफलता मिलना खुद एक मिसाल है और यह सीकर के लिए गर्व की बात भी है।इस उपलब्धि से न केवल चिकित्सा जगत को प्रेरणा मिलेगी, बल्कि उन दंपतियों को भी नई उम्मीद मिलेगी, जो लंबे समय से संतान की प्रतीक्षा कर रहे हैं।