Know Home Construction Cost And Design Tips : जयपुर में 100 गज के प्लॉट पर दो मंजिला मकान बनाने का सपना देख रहे हैं? जानिए 2025 में निर्माण लागत, डिज़ाइन और ज़रूरी टिप्स, ₹25 लाख से ₹50 लाख तक के बजट में अपना घर कैसे बनाएँ।
Know Construction Cost And Design Tips : अगर आप राजस्थान की राजधानी जयपुर में 100 गज (लगभग 900 स्क्वायर फीट) के प्लॉट पर दो मंजिला मकान बनवाने की योजना बना रहे हैं, तो ये रिपोर्ट आपके सभी कन्फ्यूजन दूर कर सकती है। बढ़ती निर्माण लागतों और लेबर चार्ज के बीच 2025 में मकान बनवाने का बजट पहले से ज़्यादा सोच-समझ कर तय करना जरूरी हो गया है।
जानिए कितनी आती है मकान बनाने में लागत
100 गज के दो मंजिला मकान में कुल करीब 1800 स्क्वायर फीट निर्माण होता है। अगर आप साधारण किस्म का बेसिक कंस्ट्रक्शन कराते हैं तो प्रति स्क्वायर फीट लागत करीब ₹1,400 से ₹1,600 होती है, जिससे कुल खर्च ₹25 लाख से ₹29 लाख तक आता है। सामान्य क्वालिटी के लिए यह रेट ₹1,700 से ₹2,000 प्रति स्क्वायर फीट तक जाती है और कुल खर्च ₹30 लाख से ₹36 लाख के बीच बैठता है। वहीं, अगर आप प्रीमियम या लग्जरी क्वालिटी का घर चाहते हैं तो प्रति स्क्वायर फीट रेट ₹2,200 से ₹2,800 तक हो सकती है, जिससे कुल लागत ₹39 लाख से ₹50 लाख तक पहुँच सकती है।
इस Construction में क्या होता है शामिल….
इस लागत में RCC स्ट्रक्चर, ईंट-सीमेंट, टाइल्स, प्लास्टर, पेंटिंग, इलेक्ट्रिक और प्लंबिंग वर्क, खिड़की-दरवाजे, वॉशरूम फिटिंग्स, सीढ़ियां और छत आदि शामिल होते हैं। लेकिन नक्शा पास करवाने की फीस (₹50,000 से ₹1 लाख), आर्किटेक्ट डिज़ाइन फीस (₹50,000 से ₹1.5 लाख) और मॉड्यूलर किचन या फर्निशिंग जैसे ऐड-ऑन खर्च अलग से जोड़ने होंगे। यदि आप खुद सामग्री खरीदकर अलग-अलग मजदूरों से काम करवाते हैं, तो कुल लागत में 10 से 15% की बचत हो सकती है। वहीं, टर्नकी प्रोजेक्ट यानी ठेके पर पूरा निर्माण कराने पर सुविधा तो मिलती है, लेकिन खर्च थोड़ा ज्यादा होता है।
जयपुर जैसे शहर में 100 गज दो मंजिला मकान की लागत क्या होगी?
जयपुर जैसे शहर में 100 गज का दो मंजिला मकान बनवाने के लिए 25 लाख से 50 लाख रुपये तक का बजट तैयार रखना चाहिए, जो आपकी जरूरत और डिजाइन पर निर्भर करेगा। स्मार्ट प्लानिंग और सही सलाह से आप एक मजबूत, सुंदर और किफायती घर बना सकते हैं। हालांकि जयपुर में अलग-अलग एरिया के हिसाब से निर्माण लागत में मामूली बदलाव देखा जा सकता है।