सार
Bikaner News : राजस्थान के नोखा में एक उपभोक्ता को 29 करोड़ का बिजली बिल मिला, जिससे हड़कंप मच गया। स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी से हुई इस घटना ने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बीकानेर. Bikaner News, राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं को सही बिलिंग और मीटर रीडिंग की सुविधा देने के लिए इन दिनों स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। लेकिन इन्हीं स्मार्ट मीटर की बड़ी चूक सामने आई है। राजस्थान के नोखा में बिजली विभाग के द्वारा एक उपभोक्ता को 29 करोड रुपए से ज्यादा का बिजली बिल थमा दिया गया। अब यह पूरा मामला राजस्थान में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बीकानेर के नोखा कस्बे में आता है यह गांव
नोखा निवासी उपभोक्ता नवीन के पास जब 29 करोड़ से ज्यादा का बिजली का बिल आया तो वह खुद यह देखकर चौंक गए। उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि बिजली का बिल 29 करोड़ 12 लाख 99 हजार 847 का है। यह बिल देखने के बाद उन्होंने तुरंत विभाग के अधिकारियों को भी फोन किया लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया अब वह बिजली विभाग के कार्यालय में जाकर इसकी शिकायत करेंगे।
3 बल्ब, 1 टीवी, 2 पंखा…4 कमरे के इस मकान का बिजली बिल 29 करोड़
बता दें कि कुछ महीनों पहले ही नोखा में स्मार्ट मीटर लगाए गए थे। तब दावा किया गया था अब लोगों को उचित बिजली के बिल मिलेंगे। लेकिन इसके बावजूद अब ऐसी लापरवाही होने के चलते लोगों में काफी आक्रोश है। जिनका कहना है कि गलती विभाग करता है और भुगतना उन्हें पड़ता है। नवीन का कहना है कि उन्होंने घरेलू कनेक्शन के अलावा घर में 6 किलोवाट का सोलर प्लांट भी लगाया हुआ है। जिससे हर महीने उन्हें केवल 1 हजार रुपए के लगभग ही बिजली का बिल देना पड़ता है। लेकिन बावजूद सोलर प्लांट लगाने के उन्हें इतनी बड़ी राशि का बिल दे दिया गया।
जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने जारी किए बिल
जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के द्वारा जारी किए गए इस बिल का जब विश्लेषण किया गया तो सामने आया कि बिल के एनर्जी चार्ज के नाम पर 25 करोड़ से ज्यादा की राशि अंकित कर दी गई। संभावना है कि स्मार्ट मीटर की रीडिंग लेते समय यह चूक हुई हो।
राजस्थान में पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले
बता दें कि इससे पहले भी बिजली के बिलों में चूक होने के कई मामले सामने आते हैं। लेकिन यह पहला ही मामला होगा जब किसी को 29 करोड़ से ज्यादा का बिल थमा दिया गया हो। फिलहाल विभाग के अधिकारियों का इस मामले में कहना है कि समाधान निकाला जाएगा।